बारासात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संदेशखाली में तृणमूल नेताओं के अत्याचार की शिकार हुई महिलाओं को अपना परिवार बताते हुए कहा कि बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार संदेशखाली में महिलओं के साथ क्रूरता करने वालों को बचा रही है और यह बेहद शर्म की बात है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदैव महिला सशक्तिकरण के लिए और उनकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
पीएम मोदी ने कहा, "तृणमूल शासन में जिस तहत से महिलाओं पर अत्याचार किया गया है। संदेशखाली में जो कुछ भी हुआ वह किसी को भी शर्मसार कर देगा लेकिन राज्य सरकार को इसकी कोई परवाह नहीं है। टीएमसी सरकार अपराधी को बचाने पर तुली हुई है। उनके कृत्यों की सबसे पहले निंदा उच्च न्यायालय ने की और फिर उसक बाद उच्चतम न्यायालय ने मामले को शर्मनाक बताया।"
उन्होंने आगे कहा, "यह कैसे हो सकता है कि तृणमूल नेताओं ने सत्ता में रहते हुए राज्य की महिलाओं पर अत्याचार किया। बंगाल की सत्ता पर काबिज तृणमूल के नेता गरीब, दलित और आदिवासी समूहों की महिलाओं पर लगातार अत्याचार कर रहे हैं। टीएमसी सरकार बंगाल की महिलाओं की बजाय अपने नेताओं पर ज्यादा भरोसा करती है।''
पीएम मोदी ने आगे कहा कि बंगाल में टीएमसी के नाम पर ग्रहण लग गया है और कहा कि पश्चिम बंगाल की सीएम इस राज्य के विकास को आगे नहीं बढ़ने दे रही हैं।
उन्होंने कहा, "टीएमसी सरकार कभी भी महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे सकती। जबकि भाजपा सरकार ने बलात्कार जैसे जघन्य अपराध के लिए आजीवन कारावास की सजा देने का फैसला किया है। महिलाओं की शिकायतों के पंजीकरण के लिए हमने 'महिला हेल्पलाइन' की व्यवस्था की है, लेकिन टीएमसी सरकार ऐसा नहीं कर रही है। यह टीएमसी सरकार कभी भी महिलाओं के कल्याण के लिए काम नहीं कर सकती।''
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि यह विशाल कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि भाजपा कैसे 'नारी शक्ति' को 'विकसित भारत' की शक्ति बना रही है।
उन्होंने कहा, ''9 जनवरी को बीजेपी ने देशभर में 'शक्ति वंदन' अभियान शुरू किया है। इस दौरान देशभर के लाखों स्वयं सहायता समूहों से संवाद किया गया और आज पश्चिम बंगाल में स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों के लिए एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया है।"