भारत के दौरे पर आएंगे टेस्ला प्रमुख एलोन मस्क, पीएम मोदी से करेंगे मुलाकात, निवेश की बड़ी घोषणा भी कर सकते हैं
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: April 10, 2024 08:24 PM2024-04-10T20:24:50+5:302024-04-10T20:26:14+5:30
रिपोर्ट के अनुसार नई दिल्ली में नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद मस्क अपनी भारत की योजनाओं के बारे में अलग से घोषणा करेंगे। टेस्ला के सीईओ के साथ उनकी यात्रा के दौरान अन्य अधिकारी भी होंगे।
Elon Musk to meet PM Modi: टेस्ला प्रमुख एलोन मस्क इस महीने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए भारत का दौरा करने वाले हैं। वह इस मुलाकात के बाद देश में निवेश और एक नई फैक्ट्री खोलने की अपनी योजना से संबंधित घोषणा भी कर सकते हैं। अरबपति कारोबारी मस्क 22 अप्रैल के सप्ताह में नई दिल्ली में पीएम मोदी से मिलेंगें।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार नई दिल्ली में नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद मस्क अपनी भारत की योजनाओं के बारे में अलग से घोषणा करेंगे। टेस्ला के सीईओ के साथ उनकी यात्रा के दौरान अन्य अधिकारी भी होंगे। हालांकि पीएम मोदी के कार्यालय और टेस्ला ने अब तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एलोन मस्क इससे पहल भी मिल चुके हैं। दोनों आखिरी बार जून में न्यूयॉर्क में मिले थे। इस मुलाकात के बाद टेस्ला ने महीनों तक भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात कर कम करने की गुजारिश की थी।
बता दें कि भारत ने पिछले महीने एक नई ईवी नीति का अनावरण किया है जिसमें कुछ मॉडलों पर आयात कर को 100% से घटाकर 15% कर दिया गया है। इसके साथ शर्त रखी गई है कि ये छूट तभी मिलेगी जब कोई निर्माता कम से कम $500 मिलियन का निवेश करता है और एक कारखाना भी स्थापित करता है।
रॉयटर्स ने पहले बताया है कि टेस्ला के अधिकारियों के इस महीने भारत का दौरा करने की उम्मीद है ताकि वे एक विनिर्माण संयंत्र के लिए साइटों को देख सकें जिसके लिए लगभग 2 बिलियन डॉलर के निवेश की आवश्यकता होगी। टेस्ला ने इस साल के अंत में भारत में निर्यात के लिए अपने जर्मन प्लांट में राइट-हैंड ड्राइव कारों का उत्पादन भी शुरू कर दिया है।
भारत का ईवी बाजार छोटा है लेकिन बढ़ रहा है और स्थानीय कार निर्माता टाटा मोटर्स का दबदबा है। 2023 में कुल कार बिक्री में ईवी की हिस्सेदारी सिर्फ 2% थी। सरकार 2030 तक 30% का लक्ष्य रख रही है। टेस्ला भारत में ऐसे समय में कदम रखने जा रही है जब अमेरिकी और चीनी बाजारों में ईवी की धीमी मांग है। टेस्ला ने पहली तिमाही की डिलीवरी में गिरावट दर्ज की है। चीन में टेस्ला को चीनी वाहन निर्माताओं से बढ़ती प्रतिस्पर्धा का सामना भी करना पड़ रहा है।