आतंकवादियों के लिए टूलकिट बन गया है इंटरनेट, सोशल मीडिया, संरा सम्मेलन में बोले एस जयशंकर- नई तकनीकों पर लगाम जरूरी

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 29, 2022 11:49 AM2022-10-29T11:49:47+5:302022-10-29T12:14:21+5:30

संरा सम्मेलन में आतंकवाद पर बयान देते हुए एस जयशंकर ने कहा है, ‘‘इसके बावजूद आतंकवाद का खतरा बढ़ रहा है, खासतौर से एशिया और अफ्रीका में, जैसा कि 1267 प्रतिबंध समिति निगरानी रिपोर्टों में बार-बार उल्लेख किया गया है।’’

Terrorism most serious threat humanity foreign minister S Jaishankar UN conference necessary rein new tech | आतंकवादियों के लिए टूलकिट बन गया है इंटरनेट, सोशल मीडिया, संरा सम्मेलन में बोले एस जयशंकर- नई तकनीकों पर लगाम जरूरी

फोटो सोर्स: ANI

Highlightsसंरा सम्मेलन में एस जयशंकर ने आतंकवाद पर बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि मानवता के लिए आतंकवाद सबसे गंभीर खतरों में से एक है। एस जयशंकर ने नई तकनीकों के इस्तेमाल पर भी चिंता जताया है और इस पर लगाम लगाने की भी बात कही है।

नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को स्पष्ट रूप से पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र की आतंकवाद रोधी प्रतिबंध व्यवस्था उन देशों को आगाह करने के लिए प्रभावी है, जिन्होंने आतंकवाद को राज्य द्वारा वित्त पोषित उद्यम बना लिया है। 

दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की आतंकवाद रोधी समिति की बैठक को संबोधित करते हुए जयशंकर ने आतंकवाद को मानवता के लिए ‘‘सबसे गंभीर खतरों में से एक’’ बताया है। 

संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों के बावजूद बढ़ रहा है आतंकवाद का खतरा- जयशंकर 

इस पर बोलते हुए जयशंकर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों के बावजूद आतंकवाद का खतरा बढ़ रहा है, खासतौर से एशिया और अफ्रीका में। विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पिछले दो दशकों में आतंकवाद से निपटने के लिए मुख्य रूप से आतंकवाद रोधी प्रतिबंध व्यवस्था के आसपास निर्मित महत्वपूर्ण संरचना विकसित की है।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘यह उन देशों को आगाह करने के लिए बहुत प्रभावी रही है, जिन्होंने आतंकवाद को राज्य द्वारा वित्त पोषित उद्यम बना लिया है।’’ 

जयशंकर ने कहा- एशिया और अफ्रीका में अभी भी बढ़ रहा है आतंकवाद का खतरा

मामले में जयशंकर ने आगे कहा, ‘‘इसके बावजूद आतंकवाद का खतरा बढ़ रहा है, खासतौर से एशिया और अफ्रीका में, जैसा कि 1267 प्रतिबंध समिति निगरानी रिपोर्टों में बार-बार उल्लेख किया गया है।’’ 

उन्होंने कहा कि खुले समाज के लोकाचार का इस्तेमाल आजादी, सहिष्णुता और प्रगति पर हमला करने के लिए किया जा रहा है। विदेश मंत्री ने आतंकवादी समूहों द्वारा नई प्रौद्योगिकियों के दुरुपयोग का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट और सोशल मीडिया मंच ‘‘आतंकवादियों और आतंकवादी समूहों की टूलकिट’’ में प्रभावशाली उपकरण बनकर उभरे हैं। 

नई प्रौद्योगिकियों का दुरुपयोग कर आंतकियों ने बढ़ाई है अपनी क्षमता

इस पर जयशंकर ने कहा है, ‘‘हाल के वर्षों में, खासतौर से खुले और उदार समाज में आतंकवादी समूहों, उनके वैचारिक अनुयायियों और अकेले हमला करने वाले लोगों ने इन प्रौद्योगिकियों तक पहुंच हासिल करके अपनी क्षमताएं बढ़ा ली हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वे आजादी, सहिष्णुता और प्रगति पर हमला करने के लिए प्रौद्योगिकी और पैसा तथा सबसे जरूरी खुले समाज के लोकाचार का इस्तेमाल करते हैं।’’ 

हथियारबंद ड्रोन जैसे टेक पर जयशंकर ने उठाया सवाल

जयशंकर ने कहा कि आतंकवादी समूहों और संगठित आपराधिक नेटवर्कों द्वारा मानवरहित हवाई प्रणालियों के इस्तेमाल ने दुनियाभर में सरकारों की चिंताओं को और बढ़ा दिया है। विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘रणनीतिक, बुनियादी और वाणिज्यिक संपत्तियों के खिलाफ आतंकवादी उद्देश्यों के लिए हथियारबंद ड्रोन के इस्तेमाल की आशंकाओं पर सदस्य देशों को गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।’’ 
 

Web Title: Terrorism most serious threat humanity foreign minister S Jaishankar UN conference necessary rein new tech

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे