तेलंगाना में कांग्रेस के 12 विधायकों द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को दल बदलने की अर्जी देने के मामले में पार्टी नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने इसे खरीद-फरोख्त का मामला बताया है। सिंघवी ने मीडिया से कहा, ''तेलंगाना में पिछले एक वर्ष से सीधी खरीद वाली एक राजनीति नीति में चल रही थी। अगर ऐसा व्यावसायीकरण है तो यह एक दुर्भाग्यपूर्ण प्रसंग है। यह इसका नकारात्मक पहलू है।''
सिंघवी ने आगे कहा, ''तेलंगाना में जो कुछ भी हुआ, वह पैसे की ताकत के कारण संभव हुआ। हम इसकी निंदा करते हैं लेकिन यह सत्तारूढ़ पार्टी और वहां के सीएम द्वारा लाए गए नए पैटर्न की वास्तविकता है।''
बता दें कि गुरुवार (6 जून) को तेलंगाना में कांग्रेस के 18 विधायकों में से 12 ने विधानसभा अध्यक्ष पी श्रीनिवास रेड्डी से मुलाकात कर तेलंगाना राष्ट्र समिति के साथ कांग्रेस विधायक दल के विलय को लेकर अर्जी दी थी।
हाल में हुए लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई और राज्य की 17 लोकसभा सीटों में से उसके खाते में महज तीन सीटें आईं। वहीं, 9 सीटों पर टीआरएस जीती थी। बीजेपी के खाते में चार और एआईएमआईएम ने एक सीट जीती।