लालू परिवार का फैसला, बांसुरी बजाएं तेज प्रताप यादव, बहू ऐश्वर्या का देंगे साथ
By एस पी सिन्हा | Published: November 12, 2018 07:09 PM2018-11-12T19:09:26+5:302018-11-12T19:09:26+5:30
सूत्रों के अनुसार राबडी देवी व परिवार ने यह तय कर लिया है कि तेजप्रताप यादव वृंदावन में बांसूरी बजाएं, पूरा परिवार उनकी पत्नी ऐश्वर्या के साथ खडा रहेगा।
तेज प्रताप के तलाक प्रकरण में फंसे लालू परिवार ने अब यह फैसला किया है कि तेज प्रताप को चैन से बंशी बजाने दिया जाये और घर की बहू ऐश्वर्या का साथ दिया जाये। जबकि मां-पिता की सलाह को नकारने वाले तेज प्रताप को मनाने की जिम्मेदारी अब उनके बहन-बहनोई उठायेंगे। कारण कि तेज प्रताप यादव की जिद के आगे लालू परिवार बेबस हो गया है। लालू की सलाह पर परिवार ने फैसला लिया है कि तलाक के मुद्दे को फिलहाल परे रखते हुए चुनाव अभियान पर पूरा फोकस किया जायेगा।
सूत्रों के अनुसार राबडी देवी व परिवार ने यह तय कर लिया है कि तेजप्रताप यादव वृंदावन में बांसूरी बजाएं, पूरा परिवार उनकी पत्नी ऐश्वर्या के साथ खडा रहेगा। कारण कि खुद लालू प्रसाद यादव और अन्य परिजनों द्वारा बहुत समझाने के बाद भी तेज प्रताप अपने ‘हठ’ कायम हैं। सूत्रों के अनुसार तेजस्वी प्रसाद यादव की लालू प्रसाद से मुलाकात में सब कुछ स्पष्ट हो गया है।
तेजप्रताप की फिक्र किए बिना परिवार आगे बढेगा। खुद तेजस्वी ने कहा है कि हमें परिवार की चिंता नहीं है। जो होना है, होगा। सभी सक्षम हैं। हमें देश की चिंता करनी है। सूत्रों की मानें तो तेजस्वी ने जो भी कहा वह लालू प्रसाद यादव के कहे मुताबिक हो रहा है। जब तेजप्रताप को परिवार की चिंता नहीं तो परिवार को उनकी चिंता क्यों हो? सूत्रों के अनुसार लालू परिवार यह कोशिश करेगा कि तेजप्रताप के तलाक प्रकरण को बहुत अधिक मीडिया फुटेज न मिले। परिवार व पार्टी 2019 के चुनाव को लेकर फोकस करेगा।
तेजप्रताप ने जिन्हें तलाक की अर्जी में बतौर गवाह दिखाने की कोशिश की है, उसमें कोई पडना नहीं चाहेगा। परिवार का मानना है कि तेजप्रताप की शादी जबर्दस्ती नहीं, बल्कि सब कुछ खुशी-खुशी हुआ था। परिवार का साफ मानना है कि जब तेज प्रताप को परिवार और पार्टी की चिंता नहीं है तो उनको खुद के भरोसे ही छोड दिया जाये। खुद तेज प्रताप एकांत वास चाहते हैं, इसलिए घर से दूर वृंदावन में डेरा जमाये हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार तेज प्रताप के तलाक मामले की वजह से पार्टी की छवि को पहले ही काफी नुकसान पहुंच चुका है। तेज प्रताप को पत्नी ऐश्वर्या से तलाक मामले पर परिवार का साथ नहीं मिलेगा। परिवार का हर सदस्य चाहता है कि तेज प्रताप को किसी तरह समझा कर तलाक की अर्जी वापस लेने पर मना लिया जाये। सभी सदस्य फिलहाल ऐश्वर्या के पक्ष में खडे दिख रहे हैं।
कोई नहीं चाहता कि यह रिश्ता टूटे और दूसरे लोगों को परिवार पर हंसने का मौका मिले। पारिवारिक स्तर पर इस रिश्ते को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किये जाते रहेंगे। वहीं, छठ पूजा के बाद तेजस्वी का चुनाव को लेकर अभियान शुरू होगा। सबसे पहले सीट बंटवारे के लिए को-ऑर्डिनेशन कमेटी का गठन करना होगा। इसके बाद सीटों का मामला सुलझा लेने का प्रयास किया जायेगा। इस बीच तेजस्वी का नीतीश कुमार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राजनीतिक हमला जारी रहेगा।