तेज प्रताप की राजनीतिक गतिविधि बढ़ने से पार्टी और उनके घर में बढ़ी बेचैनी, लालू परिवार में नहीं है 'ऑल इज वेल'
By एस पी सिन्हा | Published: December 28, 2018 05:30 PM2018-12-28T17:30:23+5:302018-12-28T17:30:23+5:30
बताया जाता है कि पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक लेने के उनके फैसले से परिवार में कोई सहमत नहीं है. इससे नाराज होकर वे काशी-वृंदावन चले गए थे. वहां से तलाक की अर्जी पर सुनवाई के दिन लौटे भी तो घर नहीं जाकर होटल में व दोस्तों के साथ रुके.
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव को लेकर पार्टी के साथ-साथ लालू परिवार में भी "ऑल इज वेल" नहीं बताया जा रहा है. उनकी गतिविधी को लेकर पार्टी व परिवार में तनाव है. पत्नी ऐश्वर्या से तलाक की जिद को ले परिवार उनके खिलाफ है तो इधर राजनीति में उनकी सक्रियाता को बड़े नेताओं का साथ मिलता भी नहीं दिख रहा. पार्टी में भी उनकी भूमिका पर भी सवाल उठते दिख रहे हैं.
बताया जाता है कि पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक लेने के उनके फैसले से परिवार में कोई सहमत नहीं है. इससे नाराज होकर वे काशी-वृंदावन चले गए थे. वहां से तलाक की अर्जी पर सुनवाई के दिन लौटे भी तो घर नहीं जाकर होटल में व दोस्तों के साथ रुके. उन्होंने राज्य सरकार से आने लिए अलग बंगले की मांग की. सरकार ने भी बंगला अलॉट कर दिया है.
कहा जाता है कि पत्नी ऐश्वर्या के अपनी सास राबड़ी देवी के साथ रहने के कारण वे वहां नहीं जा रहे हैं. इस बीच उन्होंने राजनीतिक सक्रियता बढ़ा दी है. बीते दिनों वह अचानक पटना के राजद कार्यालय जा पहुंचे तथा वहां पिता व पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की कुर्सी पर जा बैठे. इसके बाद उन्होंने पार्टी कार्यालय में मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर जनता चाहेगी तो वे कमान संभाल सकते हैं.
उन्होंने रोजाना जनता दरबार लगाने का ऐलान किया. इसके बाद वे लगातार जनता दरबार लगा रहे हैं. उनके द्वारा लगाए जानेवाले जनता दरबार में फरियादियों की संख्या बढ़ती जा रही है. हरेक व्यक्ति चाह रहा है कि उसकी समस्या का समाधान तेजप्रताप यादव के द्वारा लगाए गये जनता दरबार में हो जाय.
तेजप्रताप यादव भी अपने पिता की तरह ऑन स्पॉट फैसला करते हैं और सम्बन्धित अधिकारियों को तुरंत फोन लगाते हैं. लेकिन गुरुवार को कुछ इस तरह की घटना तेजप्रताप के जनता दरबार में घटी कि वे गुस्सा हो गये. अब तेजप्रताप ने पटना के फुलवारीशरीफ थानेदार की शिकायत करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है.
इसमें उन्होंने थानेदार को उनसे ‘बदतमीजी’ करने लिए निलंबित करने की मांग की है. तेजप्रताप ने आरोप लगाया है कि एक जनप्रतिनिधि के साथ थानेदार ने उचित व्यवहार नहीं किया इसलिए उसको निलंबित किया जाए. तेजप्रताप ने कहा कि इस मामले में वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात भी करेंगे.
इस तरह तेज प्रताप यादव के पार्टी की कमान संभालने के बयान आने के बाद पार्टी में सियासी हलचल तेज हो गई है. वहीं, विपक्ष भी सक्रिय हो गया है. जदयू नेता ने ट्वीट कर लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच 'युद्ध' जैसी स्थिति की संभावना जताई है.
हालांकि, तेज प्रताप यादव पहले भी कह चुके हैं कि वह अपने छोटे भाई को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने ट्वीट कर कहा है कि कुरुक्षेत्र तैयार हो गया है. उन्होंने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा है कि वह सोशल मीडिया में 'तलवार' भांज रहे हैं. लेकिन, वह पार्टी की कमान संभालने की जिम्मेदारी मांगे जाने के बाद से भाई से नजर भी नहीं मिला पा रहे हैं.
आगे उन्होंने लिखा है कि 'महाभारत' में भी 'वीर योद्धा' को 'कुरुक्षेत्र' में जाने से रोक दिया गया था. ऐसे में 'युद्ध' की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.