Teacher's day: राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने कहा- शिक्षा को कमाई का साधन नहीं बनाएं प्राइवेट स्कूल
By रामदीप मिश्रा | Published: September 5, 2019 08:26 PM2019-09-05T20:26:15+5:302019-09-05T20:37:53+5:30
Teacher's day: शिक्षक दिवस पर पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के योगदान को याद करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि शिक्षा के बिना जीवन में अंधेरा है। इसी सोच को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल में हमने 23 हजार राजीव गांधी स्वर्ण जयंती पाठशालाएं खोलीं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार (05 सितंबर) को कहा कि शिक्षा एवं स्वास्थ्य, ये दो ऐसे पवित्र माध्यम हैं जिनसे सेवाभावना जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि निजी स्कूल शिक्षा को कमाई का साधन नहीं बनाएं। शिक्षा के मंदिर 'न लाभ-न हानि' के सिद्धांत पर संचालित होने चाहिए।
मुख्यमंत्री गुरुवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर जयपुर के बिड़ला सभागार में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि अंग्रेजी के नाम पर चल रहे कई निजी विद्यालयों में फीस इतनी अधिक है कि गरीब परिवार के बच्चे तो उनमें पढ़ने की बात सोच भी नहीं सकते। निजी विद्यालय आगे बढ़कर निर्धन वर्ग के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने में भूमिका निभाएं।
शिक्षक दिवस पर पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के योगदान को याद करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि शिक्षा के बिना जीवन में अंधेरा है। इसी सोच को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल में हमने 23 हजार राजीव गांधी स्वर्ण जयंती पाठशालाएं खोलीं। जिससे राज्य के सुदूर गांव-ढाणी तक शिक्षा का उजियारा पहुंचा। इन पाठशालाओं से शिक्षा का माहौल बना और राजस्थान में शिक्षा का परिदृश्य बदला। शिक्षा की अलख जगाने के लिए शिक्षा आपके द्वार कार्यक्रम भी चलाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार राज्य में शिक्षा को बढ़ावा देने और शिक्षकों के सम्मान में के लिए काम कर रही है। हमारे सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों में पर्याप्त क्षमता, दक्षता और कौशल है। उनके प्रयासों से विद्यालयों में दो लाख बच्चों का नामांकन बढ़ा है। हमने सभी जिलों में एक-एक अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले हैं।
उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि वे पूरी लगन, प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ काम कर सरकारी स्कूलों का स्तर इतना बेहतर बनाएं कि आने वाले वक्त में सरकारी स्कूल विद्यार्थियों की पहली पसंद हो।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर सम्मानित शिक्षकों के लिए रोडवेज की बसों में निशुल्क यात्रा की सुविधा की घोषणा की। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2009 में गहलोत की सरकार के समय ही इन सम्मानित शिक्षकों के लिए रोडवेज बसों में यात्रा पर 50 प्रतिशत की छूट दी गई थी।