तमिलनाडु: कॉलेज के विभिन्न पदों के लिए केवल हिंदुओं के आवेदन मंगाए गए, शिक्षकों ने जताया विरोध
By विशाल कुमार | Published: October 17, 2021 02:52 PM2021-10-17T14:52:04+5:302021-10-17T15:08:51+5:30
13 अक्टूबर को कोलाथुर में अरुलमिगु कपालेश्वर आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज के लिए विभिन्न शिक्षण और गैर-शिक्षण पदों के लिए विभिन्न प्रकाशनों में प्रकाशित विज्ञापन में कहा गया है कि ये पद 'केवल हिंदुओं के लिए' हैं.
चेन्नई: तमिलनाडु सरकार के हिंदू रिलीजियस एंज चैरिटेबल एंडोमेंट (एचआर एंड सीई) विभाग द्वारा अपने कॉलेज में विभिन्न पदों के लिए केवल हिंदुओं आवेदकों से आवेदन मंगाने पर विवाद खड़ा हो गया है.
समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, 13 अक्टूबर को कोलाथुर में अरुलमिगु कपालेश्वर आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज के लिए विभिन्न शिक्षण और गैर-शिक्षण पदों के लिए विभिन्न प्रकाशनों में प्रकाशित विज्ञापन में कहा गया है कि ये पद 'केवल हिंदुओं के लिए' हैं.
बता दें कि, एचआर एंड सीई विभाग 2021-22 तक कोलाथुर में कपालेश्वर कॉलेज सहित चार नए कला और विज्ञान कॉलेज खोल रहा है.
विज्ञापन बीकॉम, बीबीए, बीएससी कंप्यूटर साइंस, बीसीए, तमिल, अंग्रेजी, गणित पाठ्यक्रम पढ़ाने के लिए सहायक प्रोफेसरों के पद के लिए और शारीरिक शिक्षा निदेशक और लाइब्रेरियन के लिए भी वॉक-इन-इंटरव्यू के लिए था. कार्यालय सहायक, कनिष्ठ सहायक, चौकीदार और स्वीपर सहित गैर-शिक्षण कर्मचारियों के पद के लिए वॉक-इन इंटरव्यू है.
विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष के. पांडियन ने कहा कि यह पहली बार है कि इस तरह के विज्ञापन को लागू किया गया है. उन्होंने आगे कहा कि सरकार द्वारा संचालित विभाग धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं कर सकता और न ही अन्य धर्मों के उम्मीदवारों को अपात्र बना सकता है.
पांडियन ने मदुरै स्थित मुस्लिम सर्विस सोसाइटी वक्फ बोर्ड कॉलेज का उदाहरण दिया जिसमें कई गैर-मुस्लिम फैकल्टी सदस्य हैं. उन्होंने कहा कि संविधान में जो लिखा है उसके आधार पर ही सरकार कॉलेज चला सकती है.
एचआर एंड सीई मंत्री पीके शेखर बाबू टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे.