चेन्नईः तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश जारी है। आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। इस बीच राज्य में मरने वाले की संख्या बढ़कर 5 हो गई है। 538 झोपड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं और चार घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। अगर बारिश तेज हुई तो और नुकसान की आशंका है।
तमिलनाडु के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने कहा कि बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण मंगलवार को तमिलनाडु में मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई। चेन्नई समेत तमिलनाडु के कई इलाकों में पिछले दो दिनों में भारी बारिश हुई है। ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन ने 23,000 कर्मियों को तैनात किया गया है।
मौसम विभाग ने नीलगिरी, कोयंबटूर, डिंडीगुल, थेनी, तेनकासी और तिरुनेलवेली जिलों के लिए मंगलवार को 'अलर्ट' और तैयारियों की सलाह दी। भारी बारिश के कारण कई जलाशयों में पानी भर गया तथा कई सड़कें उफनती नदियों की तरह दिखने लगीं। अधिकारियों ने कहा कि राज्य के कुछ हिस्सों में निचले इलाकों में रह रहे लोगों के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
विभिन्न जलाशयों के जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश के कारण अतिरिक्त पानी छोड़ने की नौबत आ गयी है। चेन्नई में ज्यादातर सड़कों और गलियों में पानी जमा है। निचले इलाकों में दो फुट तक पानी भर गया। इससे यातायात भी प्रभावित हुआ। सुरक्षा को देखते हुए कई मोहल्लों में बिजली की आपूर्ति रोक दी गई है। बाढ़ से प्रभावित एक थाने को अस्थायी इमारत में तब्दील करना पड़ा।
शहर में कम से कम 75 पेड़ उखड़ गए जिन्हें नगर निगम के कर्मी साफ कर रहे हैं। दिन भर मॉनसून की बारिश रुक-रुक कर होती रही। दक्षिण रेलवे ने कहा कि बारिश और जल-जमाव के कारण नौ नवंबर को चेन्नई उपनगरीय क्षेत्र में न्यूनतम सेवाएं उपलब्ध होंगी। जल-जमाव वाले 290 क्षेत्रों में से 59 इलाकों में भारी उपकरणों का उपयोग कर बाढ़ के पानी को निकाला गया और शेष 231 इलाकों में पानी निकालने के लिए तेजी से कार्रवाई की जा रही है।
इस दौरान 16 मवेशियों की भी मौत हो गई। चेन्नई में अब तक 1,107 लोगों को 48 राहत शिविरों में रखा गया है और कुल 3,58,500 भोजन के पैकेट वितरित किए गए हैं। कई अन्य जिलों में भी लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है और उन्हें भोजन और अन्य बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।