ऑडियो क्लिप वायरल होने से पकड़ में आयी नवजात बच्चों को बेचने वाली नर्स, सीबी-सीआईडी करेगी मामले की जांच
By भाषा | Published: April 29, 2019 08:00 PM2019-04-29T20:00:33+5:302019-04-29T20:00:33+5:30
यह मुद्दा उस समय प्रकाश में आया था जब बातचीत का एक ऑडियो टेप वायरल हुआ था जिसमें अमृता ने कथित रूप से स्वीकार किया कि वह 30 साल से इस गिरोह में शामिल है। इस मुद्दे ने राज्य में बवाल मचा दिया था।
तमिलनाडु के नमक्कल जिले में एक सेवानिवृत्त सरकारी नर्स द्वारा नवजात शिशुओं को कथित रूप से चुराने और बेचने के मामले की जांच सीबी-सीआईडी शाखा को सौंपी गई है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। आरोप है कि नर्स 30 साल से बच्चों को चुराने और बेचने का काम कर रही थी।
सेवानिवृत्त नर्स, उसके पति और एक एंबुलेंस चालक तथा कुछ अन्य लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) टी के राजेंद्रन ने इस मामले की जांच राज्य पुलिस की विशेष जांच प्रकोष्ठ अपराध शाखा-सीआईडी को सौंपने के आदेश जारी किये।
इससे पहले, यह मुद्दा उस समय प्रकाश में आया था जब बातचीत का एक ऑडियो टेप वायरल हुआ था जिसमें अमृता ने कथित रूप से स्वीकार किया कि वह 30 साल से इस गिरोह में शामिल है। इस मुद्दे ने राज्य में बवाल मचा दिया था। इस ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद, तमिलनाडु की स्वास्थ्य सचिव बीला राजेश ने स्वास्थ्य एवं ग्रामीण कल्याण विभाग के निदेशक को इस दावे पर गौर करने का निर्देश दिया था।
क्लिप में, नर्स ने कथित रूप से कहा था कि उन्होंने नवजात बच्चियों को 2.75 लाख रुपये में बेचा और अगर बच्चियां गोरी और अच्छी दिखने वाली होती थीं तो उन्हें तीन लाख रुपये में बेचा जाता था। उन्होंने कहा कि नवजात बालकों को तीन लाख रुपये जबकि अगर वे सुंदर हैं तो 3.75 लाख से चार लाख रुपये में बेचा जाता है।