पटना: बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने केंद्र सरकार द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को प्रतिबंधित करने का स्वागत करते हुए सीपीआई (एमएल) और राजद नेता शिवानंद तिवारी पर जबरदस्त हमला किया है।
सुशील मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल से पीएफआई बैन के संबंध में एक वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया है कि बिहार में पीएफआई के फलने-फूलने के पीछे कुछ नेताओं का हाथ है। मोदी ने सीपीआई (एमएल) और शिवानंद तिवारी का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि वे लोग पीएफआई के देश विरोधी गतिविधियों का कथित तौर पर समर्थन करते हैं।
ट्विटर पर वीडिये साझा करते हुए सुशील मोदी ने लिखा है, "पीएफआई पर प्रतिबंध का निर्णय स्वागतयोग्य। सीपीआई (एमएल) और शिवानंद तिवारी ने पीएफआई का समर्थन किया था।"
मालूम हो कि बिहार में राजद-जदयू की सरकार बनने के बाद पूरे फॉर्म में नजर आ रही राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने बयान देते हुए पीएफआई समर्थकों द्वारा कथिततौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद नारे लगाने का समर्थन किया था। बीते 25 सितंबर को शिवानंद तिवारी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा था, "पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे सिर्फ एक विरोध का हिस्सा हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इस तरह के नारे लगाने वाले पाकिस्तानी बन जाएंगे और पाकिस्तान चले जाएंगे।"
मालूम हो कि आज मोदी सरकार ने एनआईए की लंबी जांच और अनवरत छापेमारी के बाद पीएफआई को आतंकी गतिविधियों में सक्रिय होने का दोषी मानते हुए प्रतिबंध लगा दिया है। एनआईए ने पीएफआई के नेक्सस पर छापेमारी के अभियान की शुरूआत बीते दिनों बिहार में राजधानी पटना के समीप फुलवारी शरीफ से की थी।
बकौल एनआईए बिहार के फुलवारी शरीफ और अन्य जिलों में पीएफआई के खिलाफ की गई छापेमारी में कई बेहद अहम और आपत्तिजनक सबूत मिले थे। जिनसे पता चलता है कि पीएफआई देशविरोधी साजिश में शामिल है।