Madhya Pradesh: सुरेश पचौरी ने बताया तीन वह बड़े कारण जिसके कारण छोड़ी कांग्रेस
By अनुराग.श्रीवास्तव@लोकमत.इन | Published: March 9, 2024 01:44 PM2024-03-09T13:44:38+5:302024-03-09T13:46:21+5:30
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के बड़े नेता रहे सुरेश पचौरी ने आज अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस को अलविदा कह दिया । सुरेश पचौरी पूर्व सांसद और विधायकों के साथ आज बीजेपी में शामिल हो गए। लेकिन पचौरी ने तीन वह बड़ी वजह बताइए जिसके कारण उनका कांग्रेस से मोह भंग हुआ
सुरेश पचौरी के भाजपा में शामिल होने की बड़ी वजह
मध्य प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस का बड़ा चेहरा रहे सुरेश पचौरी अब बीजेपी के नेता हो गए हैं। सुरेश पचौरी ने आज सुबह अपने समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ले ली। मुख्यमंत्री मोहन यादव पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय और नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में सुरेश पचौरी ने भाजपा की सदस्यता ली। लेकिन सुरेश पचौरी ने कांग्रेस छोड़ने की तीन बड़ी वजह बताई हा।
पहली- कांग्रेस के नेता रहे सुरेश पचौरी ने कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर कांग्रेस का रवैया ठीक नहीं रहा। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराना भी उनको ठेस पहुंचाने वाला रहा। साथ ही सनातन को लेकर इंडिया गठबंधन के नेताओं के बयान पर भी कांग्रेस नेताओं की मौन सहमति उचित नहीं थी।
दूसरा-सुरेश पचौरी ने दूसरा बड़ा कारण कांग्रेस नेताओं के द्वारा सेना का मनोबल कमजोर करना बताया। सुरेश पचौरी ने कहा की पार्टी के नेताओं ने सेना को लेकर जिस तरह की टिप्पणी की वह उचित नहीं है ।कांग्रेस का यह रवैया विदेशी ताकतों का मनोबल बढ़ाने वाली कोशिश थी ।
तीसरा- सुरेश पचौरी ने तीसरा बड़ा कारण राहुल गांधी के जातीय जनगणना को लेकर दिए जा रहे बयान को बताया। सुरेश पचौरी ने कहा कि एक समय में कांग्रेस ने नारा दिया था जात पर न पाात पर, मोहर लगेगी हाथ पर। लेकिन आज कांग्रेस पार्टी जात और पााथ की बात कर रही है इसको कहीं से भी उचित नहीं ठहराया जा सकता।
दरअसल सुरेश पचौरी ने भले ही यह तर्क दिए हो लेकिन असल वजह यह भी है की सुरेश पचौरी और उनके समर्थक कांग्रेस पार्टी में लंबे समय से लूप लाइन में थे चुनावी दौर में भी सुरेश पचौरी को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं दी गई। राहुल गांधी की भारत छोड़ो यात्रा में भी सुरेश पचौरी कहीं नजर नहीं आए और यही वजह रही कि आप सुरेश पचौरी ने अपने समर्थक पूर्व सांसदों पूर्व विधायकों के साथ भाजपा की सदस्यता लेली है।