Sur Jyotsna National Music Award 2025: विजय दर्डा ने संगीत को बताया पूरी तरह से विज्ञान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: April 12, 2025 21:38 IST2025-04-12T21:34:02+5:302025-04-12T21:38:30+5:30
डॉक्टर विजय दर्डा ने अपने संबोधन में जीवन में संगीत के महत्व को बताते हुए कहा कि यदि जीवन में सुर और ताल की जुगलबंदी नहीं होती और गीत और संगीत की रस धारा प्रवाहित नहीं होती तो सोचिए कि हमारी जिंदगी कितनी नीरस हो जाती।

Sur Jyotsna National Music Award 2025: विजय दर्डा ने संगीत को बताया पूरी तरह से विज्ञान
Sur Jyotsna National Music Award 2025: लोकमत मीडिया समूह द्वारा सोमवार को 'सुर ज्योत्सना राष्ट्रीय संगीत पुरस्कार 2025' समारोह का आयोजन किया गया। लोकमत मीडिया समूह के चेयरमैन डॉक्टर विजय दर्डा ने अपने स्वागत भाषण में सभी संगीत प्रेमियों को नमन किया। उन्होंने अपने संबोधन में जीवन में संगीत के महत्व को बताते हुए कहा कि यदि जीवन में सुर और ताल की जुगलबंदी नहीं होती और गीत और संगीत की रस धारा प्रवाहित नहीं होती तो सोचिए कि हमारी जिंदगी कितनी नीरस हो जाती।
उन्होंने कहा कि हम सभी बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारी जिंदगी में सुर और साज और संगीत की त्रिवेणी बह रही है। यह संगीत हमें प्रकृति से मिला सबसे बड़ा तोहफा है। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूँ कि मनुष्यों ने प्रकृति से उत्पन्न होने वाली ध्वनियों से और अपनी आवाज को लयबद्ध किया तो संगीत का पहला रस प्रवाहित हुआ। फिर वो महान विभूतियां आईं जिन्होंने रागों की रचना की। एक से एक वाद्य यंत्रों को बनाया।
उन्होंने संगीत को पूरी तरह से विज्ञान बताया। अपने भाषण में उन्होंने कहा, राग बिलावल, राग भैरवी सुबह के राग हैं, तो राग यमन, राग दरबारी शाम के राग हैं। राग भैरव रात का राग है। राग खमाज आदि सुबह तीन बजे गाने वाले राग हैं। उन्होंने कहा कि रागों की रचना के पीछे भी एक विज्ञान है। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत किया और कार्यक्रम की संक्षिप्त रूप से जानकारी दी।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद, पद्म विभूषण सोनल मानसिंह, पद्म विभूषण राजीव शेट्ठी, पद्मश्री अहमद हुसैन और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और देश के जानेमाने वकील अभिषेक मनु सिंघवी जैसी अन्य बड़ी हस्तियों ने हिस्सा लिया।