लाइव न्यूज़ :

महिलाओं के खतने पर सुप्रीम कोर्ट की फटकार, 'सदियों पुरानी प्रथा होने से खतना धार्मिक प्रथा नहीं बन जाती'

By भाषा | Updated: August 20, 2018 23:03 IST

प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के नेतृत्व वाली पीठ ने यह बात एक मुस्लिम समूह की ओर से पेश हुए अधिवक्ता ए एम सिंघवी की दलीलों का जवाब देते हुए कही। सिंघवी ने अपनी दलील में कहा कि यह एक पुरानी प्रथा है जो कि ‘‘जरूरी धार्मिक प्रथा’’ का हिस्सा है

Open in App

नई दिल्ली, 20 अगस्त: सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह दलील यह साबित करने के लिए ‘‘पर्याप्त’’ नहीं कि दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय की नाबालिग लड़कियों का खतना 10वीं सदी से होता आ रहा है इसलिए यह ‘‘आवश्यक धार्मिक प्रथा’’ का हिस्सा है जिस पर अदालत द्वारा पड़ताल नहीं की जा सकती।

प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के नेतृत्व वाली पीठ ने यह बात एक मुस्लिम समूह की ओर से पेश हुए अधिवक्ता ए एम सिंघवी की दलीलों का जवाब देते हुए कही। सिंघवी ने अपनी दलील में कहा कि यह एक पुरानी प्रथा है जो कि ‘‘जरूरी धार्मिक प्रथा’’ का हिस्सा है और इसलिए इसकी न्यायिक पड़ताल नहीं हो सकती।

इस पीठ में न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर और न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ भी शामिल थे। सिंघवी ने पीठ से कहा कि यह प्रथा संविधान के अनुच्छेद 25 और 26 के तहत संरक्षित है जो कि धार्मिक स्वतंत्रता से संबंधित है। 

यद्यपि पीठ ने इससे असहमति जतायी और कहा, ‘‘यह तथ्य पर्याप्त नहीं कि यह प्रथा 10 सदी से प्रचलित है इसलिए यह धार्मिक प्रथा का आवश्यक हिस्सा है।’’ पीठ ने कहा कि इस प्रथा को संवैधानिक नैतिकता की कसौटी से गुजरना होगा। इस मामले में आज सुनवायी अधूरी रही और इस पर 27 अगस्त से फिर से सुनवायी होगी।

टॅग्स :सुप्रीम कोर्टइस्लाम
Open in App

संबंधित खबरें

भारतSupreme Court: बांग्लादेश से गर्भवती महिला और उसके बच्चे को भारत आने की अनुमति, कोर्ट ने मानवीय आधार पर लिया फैसला

भारत'अगर ज़ुल्म हुआ तो जिहाद होगा': जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रेसिडेंट मौलाना महमूद मदनी यह कहकर विवाद खड़ा किया

भारतआपको बता दूं, मैं यहां सबसे छोटे... सबसे गरीब पक्षकार के लिए हूं, जरूरत पड़ी तो मध्य रात्रि तक यहां बैठूंगा, प्रधान न्यायाधीश सूर्यकांत ने कहा

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत

भारतसुप्रीम कोर्ट ने कॉमेडियन समय रैना को सफलता की कहानियों वाले दिव्यांग लोगों को शो में बुलाने और इलाज के लिए पैसे जुटाने का दिया निर्देश

भारत अधिक खबरें

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत