केरल में पहली बार 61 साल की महिला का सफल कृत्रिम हृदय प्रतिरोपण
By भाषा | Published: October 15, 2021 09:33 PM2021-10-15T21:33:48+5:302021-10-15T21:33:48+5:30
कोच्चि, 15 अक्टूबर केरल के कोच्चि स्थित एक निजी अस्पताल में 61 साल की एक महिला मरीज का सफल कृत्रिम हृदय प्रतिरोपण किया गया है।इसे केरल का पहला कृत्रिम हृदय प्रतिरोपण बताया जा रहा है।
वीपीएस लेकशोर अस्पताल ने बताया कि डॉक्टरों ने नौ घंटे की सर्जरी के बाद कृत्रिम हृदय को शरीर में प्रतिरोपित किया। उन्होंने बताया कि मरीज सुरक्षित है और वह स्वास्थ्य लाभ की अवस्था में है।
अस्पताल ने विज्ञप्ति में बताया, ‘‘लेफ्ट वेंटिकुलर असिस्ट डिवाइस (एलवीएडी) जटिल है और दुर्लभ प्रक्रिया है और इसके लिए बहुत अधिक विशेषज्ञता की जरूरत होती है। भारत में कुछ ही केंद्र यह प्रक्रिया कर रहे हैं। महिला के शरीर में जिस उपकरण को लगाया गया है वह हर्टमेट-2 (दूसरी पीढी का वेंटिकुलर असिस्ट उपकरण) है।’’
अस्पताल ने बताया कि एलवीएडी उन्नत और विशेष उपकरण है जिसे उन मरीजों की मदद के लिए लगाया जाता है जो हृदय के कार्य नहीं करने की समस्या का सामना कर रहे हैं। यह एक तरह का पंप होता है जो मरीज के शरीर में प्रतिरोपित किया जाता है और हृदय के बाएं चेंबर के नीचे से खून को वेंट्रिकल से महाधमनी और पूरे शरीर में संचारित करता है।
विज्ञप्ति के मुताबिक मरीज पिछले छह साल से डिलेटेड कार्डियोमायोपैथी (डीसीएम) का इलाज करा रही थी और 13 सितंबर को उच्च रक्तचाप, सांस लेने में समस्या और हृदय घात की समस्या के साथ भर्ती हुई थी।
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