कश्मीर में बंद के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित, इस दौरान हुई हिंसा में कई घायल

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: June 26, 2018 01:11 AM2018-06-26T01:11:33+5:302018-06-26T01:12:01+5:30

घाटी में नागरिकों की हत्या के विरोध में सईद अली गिलानी, मीरवायज उमर फारूक और मुहम्मद यासीन मलिक की अध्यक्षता में अलगाववादी समूह संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जेआरएल) ने घाटी में व्यापक बंद का आह्रान किया था।

Strike in Kashmir severely affected, many injured in the violence | कश्मीर में बंद के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित, इस दौरान हुई हिंसा में कई घायल

कश्मीर में बंद के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित, इस दौरान हुई हिंसा में कई घायल

सुरेश डुग्गर।

श्रीनगर, 25 जूनः कश्मीर घाटी में अलगाववादियों के सोमवार को बुलाए गए बंद के कारण सामान्य जनजीवन बेहद प्रभावित हुआ है। घाटी और संवेदनशील क्षेत्रों में भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई थी। बंद के दौरान हुई हिंसा में कई लोग जख्मी भी हुए हैं। बंद के दौरान नार्थ कश्मीर में बारामुल्ला-हंदवाड़ा राजमार्ग पर नदीहाल इलाके के पास सोमवार सुबह प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर सुरक्षाबलों द्वारा कथित तौर पर हवाई फायरिंग में 22 वर्षीय छात्र गंभीर रुप से घायल हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बारामुल्ला-हंदवाड़ा राजमार्ग पर यातायात मूवमेंट को युवकों के एक समूह ने बाधित करने की कोशिश की। युवक इलाके से गुजरने वाली गाडियों पर पथराव कर रहे थे।

इसी दौरान पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने युवकों को खदेड़ने के लिए कार्रवाई की जिसके बाद युवकों ने उन पर पथराव किया। पथराव कर रहे लोगों को खदेडऩे के लिए सुरक्षाबलों ने पहले आंसू गेस का इस्तेमाल किया लेकिन उग्र भीड़ ने सुरक्षाबलों पर जमकर पथराव को जारी रखा जिसके बाद सुरक्षाबलों ने कथित तौर पर हवाई फायरिंग की जिसमें वहां से गुजर रहा एक छात्र उबैद मंजूर लोन पुत्र मोहम्मद मंजूर लोन निवासी नदीहाल गंभीर रुप से घायल हो गया।

स्थानीय लोगों के अनुसार सीआरपीएफ का काफिला भी इलाके से गुजर रहा था जब प्रदर्शनकारी युवकों ने उन पर पथराव किया। हालांकि, आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो पाई। बाद में पुलिस ने यातायात मूवमेंट के लिए राजमार्ग को साफ कर दिया।  उधर, घायल छात्र को जिला अस्पताल बारामुल्ला शिफ्ट कर दिया गया। अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि छात्र की टांग पर गोली लगी है और वह खतरे से बाहर है।

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घाटी में नागरिकों की हत्या के विरोध में सईद अली गिलानी, मीरवायज उमर फारूक और मुहम्मद यासीन मलिक की अध्यक्षता में अलगाववादी समूह संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जेआरएल) ने घाटी में व्यापक बंद का आह्रान किया था।  कुलगाम जिले में आतंकवाद-रोधी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों के साथ झड़प में रविवार को एक नागरिक यावर अहमद डार की मौत हो गई थी जबकि पिछले सप्ताह अनंतनाग के श्रीगुफवाड़ा इलाके में घायल हुए शाहिद हाजम ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था।

पुलिस और अर्धसैनिक बलों को पुराने शहर और श्रीनगर के इलाकों में तैनात किया गया। श्रीनगर शहर और घाटी के अन्य जिला मुख्यालयों में दुकानें, सार्वजनिक परिवहन अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे।  बारामुल्ला और बनिहाल कस्बों के बीच रेल सेवाएं स्थगित कर दी गईं। दक्षिण कश्मीर क्षेत्र में इंटरनेट सेवाओं पर भी रोक लगा दी गई।

गौरतलब है कि कश्मीरी अलगाववादियों के साझा संगठन ज्वायंट रजिस्टेंस लीडरशिप जिसका नेतृत्व कटटरपंथी सईद अली शाह गिलानी,उदारवादी हुर्रियत प्रमुख मीरवाईज मौलवी उमर फारुक और जेकेएलएफ चेयरमैन यासीन मलिक कर रहे हैं, ने कश्मीर में गत सप्ताह सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई विभिन्न मुठभेड़ों में स्थानीय आतंकियों व हिंसक प्रदर्शनकारियों की मौत के खिलाफ आज पूर्ण कश्मीर बंद का आहवान करते हुए लोगों केा दोपहर की नमाज के बाद भारत विरोधी प्रदर्शनों के लिए कहा है।

जेआरएल ने भारत सरकार पर कश्मीर में मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगाया है और कहा है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद को कश्मीर में जांच करते हुए कश्मीर में जनमत संग्रह की दिशा में भी काम करना चाहिए।

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Web Title: Strike in Kashmir severely affected, many injured in the violence

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