नीट के जरिये हुए ‘‘अन्याय’’ को दूर करने के लिए हस्तपेक्षप करें स्टालिन : तमिलनाडु कांग्रेस
By भाषा | Updated: June 7, 2021 18:12 IST2021-06-07T18:12:04+5:302021-06-07T18:12:04+5:30

नीट के जरिये हुए ‘‘अन्याय’’ को दूर करने के लिए हस्तपेक्षप करें स्टालिन : तमिलनाडु कांग्रेस
चेन्नई, सात जून तमिलनाडु कांग्रेस समिति के अध्यक्ष के एस अलागिरी ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) द्वारा हुए ‘अन्याय’ को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को सभी जरूरी कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के संबंध में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जातियों जैसे सामाजिक रूप से वंचित समूहों के छात्र नीट परीक्षा के कारण गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के पाठ्यक्रम के आधार पर और निजी स्कूलों के छात्रों को चिकित्सा शिक्षा पढ़ने के ज्यादा अवसर मिलते हैं और यह अन्याय है।
अलागिरी ने कहा कि नीट के स्थान पर दूसरी व्यवस्था के लिए मापदंड तय करने को लेकर एक विशेषज्ञ कमेटी बनायी जानी चाहिए और मेडिकल कॉलेजों में आरक्षण नीति के आधार पर दाखिले होने चाहिए तथा सरकारी स्कूलों के छात्रों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने इस संबंध में स्टालिन से उचित कदम उठाने का अनुरोध किया।
आंकड़ों का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि 2018-19 और 2019-20 में राज्य सरकार के संस्थानों के 700 छात्र नीट में सफल रहे थे लेकिन उनमें से केवल नौ को ही सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश मिला। उन्होंने एक बयान में आरोप लगाया कि नीट से ‘अन्याय’ और बढ़ गया है।
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