अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टरों के लिए स्क्वाड्रन तैयार, पाकिस्तान से लगती सीमा पर तैनात किया जाएगा दुनिया का सबसे खतरनाक जंगी हेलिकॉप्टर
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: March 16, 2024 10:24 AM2024-03-16T10:24:00+5:302024-03-16T10:25:26+5:30
एएच-64ई अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर को दुनिया का सबसे खतरनाक लड़ाकू हेलिकॉप्टर माना जाता है। यह हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों, गन और रॉकेट से लैस है।
नई दिल्ली: भारतीय सेना को अमेरिका से छह अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी मई में होगी। इनका संचालन थलसेना की आर्मी एविएशन कोर करेगी। इन लड़ाकू हेलिकॉप्टरों का आने में भले ही ही अभी दो महीने की समय बाकी हो लेकिन भारतीय सेना ने इन लड़ाकू हेलिकॉप्टरों के स्वागत और परिचालन की सारी तैयारी पूरी कर ली है। शुक्रवार, 15 मार्च को सेना ने पाकिस्तान के साथ पश्चिमी मोर्चे पर जोधपुर में भारी-भरकम हेलीकॉप्टरों के लिए स्क्वाड्रन तैयार किया। अपाचे स्क्वाड्रन की स्थापना आर्मी एविएशन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अजय सूरी और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में की गई।
अधिकारियों ने बताया कि सेना ने स्क्वॉड्रन पश्चिमी क्षेत्र में जमीनी अभियानों के दौरान सहयोग करेगा। अधिकारियों ने बताया कि अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर की आपूर्ति मई में शुरू होने की उम्मीद है। अमेरिकी विमानन कंपनी बोइंग द्वारा निर्मित, अपाचे हेलीकॉप्टर दुनिया के सबसे उन्नत बहुउद्देश्यीय लड़ाकू हेलीकॉप्टर में से एक है और इसका इस्तेमाल स्वयं अमेरिकी सेना भी करती है। भारतीय वायु सेना के पास पहले से ही इन लड़ाकू हेलीकाप्टर का एक बेड़ा है।
बता दें कि एएच-64ई अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर को दुनिया का सबसे खतरनाक लड़ाकू हेलिकॉप्टर माना जाता है। यह हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों, गन और रॉकेट से लैस है। रात में भी दुश्मन के ठिकानों पर सक्षम इस मशीन को पाकिस्तान से लगती सीमा के बेहद नजदीक तैनात किया गया है। अपाचे हेलीकॉप्टर में 1200 राउंड वाली 30 mm चेन गन भी लगी है।
भारतीय सेना लगातार अपनी क्षमताओं को बढ़ा रही है। आर्मी एविएशन कोर ने हाल ही में 25 नए एएलएच हेलिकॉप्टरों के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। यह हेलीकॉप्टर सभी तरह की आधुनिक तकनीकियों से लैस है और हर मौसम में ऑपरेशन को अंजाम देने में सक्षम है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने इस हेलिकॉप्टर को विकसित किया है। ये रात में भी मिलिट्री ऑपरेशन को बहुत ही आसानी से अंजाम दे सकता है। साथ ही पहाड़ी और दुर्गम क्षेत्रों में भी आसानी से उड़ान भर सकता है।