Coronavirus: स्वास्थ्य मंत्रालय का ऐलान, हर राज्य में कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए बनेंगे विशेष अस्पताल
By स्वाति सिंह | Published: March 22, 2020 05:33 PM2020-03-22T17:33:03+5:302020-03-22T20:56:03+5:30
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि राज्य सरकार को जिस जिस भी एरिया में कोरोना संक्रमण का खतरा हो, उसे वो लॉकडाउन कर दे। मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा है कि कोरोना की उच्च स्तर पर मॉनिटर किया जा रहा है।
देशभर में बढ़ते कोरोना के प्रकोप के बीच रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि हर राज्य में कोरोना के इलाज के लिए अलग अस्पातल बनाए जाएंगे। वहीं, आईसीएमआर महानिदेशक भार्गव ने बताया कि हरियाणा के झज्जर में एम्स इमारत, जिसमें 800 बेड हैं, का इस्तेमाल कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए विशेष रूप से किया जायेगा'।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को घोषणा की कि राज्य विशेष रूप से कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए कुछ अस्पतालों की संख्या निर्धारित करेंगे। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोविड-19 संक्रमण की कड़ी को कैसे तोड़ा जाये, यह हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रत्येक राज्य ने यह प्रतिबद्धता जताई है कि कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए अस्पतालों को चिन्हित करेंगे। उदाहरण के लिए दिल्ली में एम्स के झज्जर (हरियाणा) में स्थित राष्ट्रीय कैंसर संस्थान का इस्तेमाल कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए किया जायेगा। इसमें लगभग 800 बिस्तर हैं। भार्गव ने कहा कि कोविड-19 की जांच के लिए अब तक 60 निजी प्रयोगशालाओं ने पंजीकरण किया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि भारत में अब तक कोरोना वायरस के कारण पांच लोगों की मौत हुई है। सरकार ने 1,200 नए वेंटिलेटर खरीदने का आदेश दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 341 हो गई है जिसमें 41 विदेशी नागरिक शामिल हैं। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रविवार को 'जनता कर्फ्यू' की अपील पर देश भर में करोड़ों लोग घरों के अंदर रहे और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। दुनियाभर में कोरोना वायरस से 13,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।