'वोट के लिए आदिवासी, पिछड़े और दलित भाजपा के लिए हिंदू हो जाते हैं, तो सम्मान दिलाने के लिए क्यों नहीं होते?' रामचरितमानस विवाद पर फिर बोले स्वामी प्रसाद मौर्य
By रुस्तम राणा | Published: February 12, 2023 08:55 PM2023-02-12T20:55:23+5:302023-02-12T21:11:35+5:30
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, मैं रामचरितमानस का विरोध नहीं कर रहा हूं। महिलाओं, आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों को धर्म के नाम पर अपमानित ना किया जाए इसलिए तुलसीदास की कुछ चौपाइयों के वे हिस्से संशोधित या प्रतिबंधित करने की छोटी सी मांग कर रहा हूं।
लखनऊ: रामचरितमानस का विवाद थमा नहीं है। इस बीच समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को फिर से तुलसीदास द्वारा रचित धार्मिक ग्रंथ की कथित रूप से विवादित चौपाइयों को हटाने की मांग की।
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में सपा नेता ने कहा, मैं रामचरितमानस का विरोध नहीं कर रहा हूं। महिलाओं, आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों को धर्म के नाम पर अपमानित ना किया जाए इसलिए तुलसीदास की कुछ चौपाइयों के वे हिस्से संशोधित या प्रतिबंधित करने की छोटी सी मांग कर रहा हूं।
भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, जब वोट लेने के लिए आदिवासी, पिछड़े और दलित भाजपा के लिए हिंदू हो जाते हैं तो सम्मान दिलाने के लिए क्यों नहीं होते। अगर वे चाहते हैं कि आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों को सम्मान मिले तो रामचरितमानस की चौपाइयों को प्रतिबंधित या संशोधित करें।
मैं रामचरितमानस का विरोध नहीं कर रहा हूं। महिलाओं, आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों को धर्म के नाम पर अपमानित ना किया जाए इसलिए तुलसीदास की कुछ चौपाइयों के वे हिस्से संशोधित या प्रतिबंधित करने की छोटी सी मांग कर रहा हूं: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य, सोनभद्र, उत्तर प्रदेशpic.twitter.com/fgqT3pfHyu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 12, 2023
साधु संतों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मैं पढ़ता और सुनता था कि साधु कभी गुस्सा नहीं होते और होते हैं तो श्राप देते हैं। लेकिन आजकल के बाबाओं और साधुओं को अपने जप-तप पर भरोसा नहीं है। इसलिए अब वे आतंकवादी की भाषा बोल रहे हैं।
#WATCH मैं पढ़ता और सुनता था कि साधु कभी गुस्सा नहीं होते और होते हैं तो श्राप देते हैं। लेकिन आजकल के बाबाओं और साधुओं को अपने जप-तप पर भरोसा नहीं है। इसलिए अब वे आतंकवादी की भाषा बोल रहे हैं: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य, सोनभद्र, उत्तर प्रदेश pic.twitter.com/6teTMaTKym
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 12, 2023