लखनऊ: आज वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन भव्य रूप में किया जाएगा। जहां बीजेपी आगामी यूपी चुनाव 2022 में पीएम मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट का लाभ उठाना चाहेगी तो वहीं समाजवादी पार्टी भी इसका श्रेय लेने का दावा करने लगी है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का क्रेडिट लेने का दावा किया है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना को उनकी सरकार ने मंजूरी दी थी और उनके पास दस्तावेजी सबूत भी हैं। अखिलेश ने रविवार को कहा, "बस इसलिए कि जनता यह सवाल नहीं पूछती है, वे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर ला रहे हैं और अगर कोई कैबिनेट है जिसने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को पारित किया है, तो वह समाजवादी पार्टी की सरकार थी। राज्य के पूर्व सीएम ने कहा "हम आपको दस्तावेज मुहैया कराएंगे। क्योंकि इस बार हम सबूत के साथ बात करेंगे।"
अखिलेश यादव ट्विटर पर भी इस बात को लिखा और मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'पैदलजीवी' बताते हुए सपा सरकार द्वारा चलाए गए वरुणा नदी के सफाई अभियान को क्यों रोका गया और मेट्रो (रेल) का क्या हुआ?
बता दें कि अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में 2012 से 2017 तक सत्ता में थी, इसके बाद योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने साथ राज्य में सरकार बनाई।
अब राज्य के विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। ऐसे में भाजपा और सपा के बीच काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का क्रेडिट लेने की सियासी जंग तेज होगी। आगामी चुनाव में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी अपनी सत्ता बरकरार रखना चाहती है। वहीं विपक्षी पार्टी राज्य में वापसी की उम्मीद कर रही है।