मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सड़कों पर उतरने का सोनिया गांधाी का आवहान

By शीलेष शर्मा | Published: November 3, 2019 05:57 AM2019-11-03T05:57:49+5:302019-11-03T05:57:49+5:30

आज कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के महासचिवों और दूसरे पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए सोनिया ने पार्टी नेताओं को आवाहन किया कि वे सड़कों पर निकले और मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों से देश की जनता को रुबरु कराये.

Sonia Gandhi's call to take to the streets against the government's anti-people policies | मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सड़कों पर उतरने का सोनिया गांधाी का आवहान

मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सड़कों पर उतरने का सोनिया गांधाी का आवहान

Highlightsजय अमित शाह की फर्म कुसुम फिनसर्व की बार्षिक आय 2014 में 80 लाख थी, 2019 के आते-आते 119.61 करोड़ रुपये हो गई. आम व्यापारी को ऐसे मामले में सजा का प्रावधान है फिर जय अमित शाह उस जुर्माने से बाहर क्यों है.

मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों और देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था के खिलाफ कांग्रेस के जनआंदोलन की शुरुआत से पहले आज सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला.

उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री  मोदी अखबार की सुर्खियों में आने के लिए कार्यक्रमों में व्यस्त है. लेकिन उन्हें इस बात की चिंता नहीं की देश में लाखों बेरोजगार रोजी-रोटी की तलाश में भटक रहे हैं, छोटे उद्योग मर रहे है, किसान आत्महत्या कर रहा है. उन्हें केवल अपने प्रचार की चिंता है.

आज कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के महासचिवों और दूसरे पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए सोनिया ने पार्टी नेताओं को आवाहन किया कि वे सड़कों पर निकले और मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों से देश की जनता को रुबरु कराये.

पार्टी ने यह भी फैसला किया है कि संसद के अंदर और संसद के बाहर मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ वह तमाम राजनीतिक दलों को लामबंद करेगी, पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बैठक के बाद बताया कि विपक्षी दलों से चर्चा के लिए समय तय किया जाना बाकी है जल्दी ही एक साझा रणनीति के तहत हम एक साझा आंदोलन खड़ा करेगें.

इससे पूर्व कांग्रेस ने अमित शाह पर निशाना लगाते हुए हमला बोला, और कहा कि देश में आर्थिक मंदी के बावजूद सरकार यह नहीं बता रही कि अमित शाह के बेटे जय अमित शाह ने 2017-18 का लेखा-जोखा क्यों दर्ज नहीं कराया. आम व्यापारी को ऐसे मामले में सजा का प्रावधान है फिर जय अमित शाह उस जुर्माने से बाहर क्यों है.

जय अमित शाह की फर्म कुसुम फिनसर्व की बार्षिक आय 2014 में 80 लाख थी, 2019 के आते-आते 119.61 करोड़ रुपये हो गई. पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कुसुम फिनसर्व का पूरा लेखा-जोड़ा सार्वजनिक करते हुए यह साबित करने की कोशिश की कि रातों-रात किस तरह पद का दुरुपयोग कर अमित शाह और उनके बेटे ने बड़ी रकम जुटाई. 

Web Title: Sonia Gandhi's call to take to the streets against the government's anti-people policies

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