डोनाल्ड ट्रंप के सरकारी डिनर पर सोनिया गांधी को नहीं मिला न्योता, कांग्रेस करेगी बहिष्कार
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: February 24, 2020 07:56 AM2020-02-24T07:56:01+5:302020-02-24T07:56:01+5:30
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से आयोजित रात्रि भोज में शामिल होने के न्यौते को ठुकरा दिया है. अधीर रंजन ने कहा कि डिनर में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी को नहीं बुलाया गया. चौधरी ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शब्दकोष में लोकतंत्र का अर्थ बदल चुका है.
राष्ट्रपति ट्रम्प के सम्मान में 25 फरवरी को राष्ट्रपति भवन में रात्रिभोज देंगे. प्रोटोकॉल के तहत लोकसभा में कांग्रेस के नेता सदन अधीर रंजन चौधरी को न्यौेता भेजा गया है. चौधरी ने कहा, ''हमारी पार्टी की नेता सोनिया गांधी को निमंत्रण नहीं दिया गया है. ट्रम्प और मोदी दुनिया के दो बड़े लोकतंत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. लोकतंत्र के कई निहितार्थ हैं, जिनमें से शालीनता और शिष्टाचार भी है.
जब मोदी अमेरिका गए, तब रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स, दोनों हाउडी मोदी कार्यक्र म में मंच पर मौजूद थे. लेकिन, यहां मोदी के शब्दकोष में लोकतंत्र का अर्थ बदल चुका है. यहां सिर्फ मोदी का शो होगा, जैसे कि भारत मोदी का हो. कांग्रेस 134 साल पुरानी लोकतांत्रिक पार्टी है और हमारी नेता को सभी लोकतांत्रिक देशों ने मान्यता दी है. मगर उन्हें नहीं बुलाया गया है. इसका कांग्रेस से सीधा संबंध है, इसलिए मैं न्यौते को स्वीकार नहीं सकता और उसे ठुकराता हूं.
हमारी सरकार के रहते हुए यह सुनिश्चित किया गया था कि विश्व नेताओं के आगमन पर मुख्य विपक्षी पार्टी के नेता उनसे मुलाकात कर सकें. उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रम्प के आने पर सैकड़ों करोड़ रु पए बरर्बाद किए जा रहे हैं.
यह कार्यक्र म ट्रम्प उत्सव के अलावा कुछ नहीं है. व्यापार समझौते को लेकर ट्रम्प अपनी राय पहले ही जता चुके हैं. ट्रम्प विक्रेता की तरह दिखाई देंगे और मोदी खरीदार की तरह. इससे भारत को क्या फायदा मिलेगा, जबकि पूरा देश रोजगार और किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए के लिए संघर्ष कर रहा है.