सोनिया गांधी ने 5 राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों से मांगे इस्तीफे, पार्टी में हमलों का सिलसिला जारी
By शीलेष शर्मा | Published: March 15, 2022 09:35 PM2022-03-15T21:35:37+5:302022-03-15T21:37:30+5:30
सोनिया ने पांचों राज्यों के प्रभारियों, प्रदेश अध्यक्षों को तत्काल अपने अपने पदों से इस्तीफा देने को कहा है। इससे पहले आज प्रियंका द्वारा बुलाई गयी बैठक में जमकर हमलों का सिलसिला जारी रहा।
नई दिल्ली: कांग्रेस में चुनावी पराजय के बाद हुई मैराथन बैठक के बावजूद कांग्रेस नेतृत्व के फैसलों पर हमलों का सिलसिला जारी है। इन हमलों को देखते हुए सोनिया ने पांचों राज्यों के प्रभारियों, प्रदेश अध्यक्षों को तत्काल अपने अपने पदों से इस्तीफा देने को कहा है। इससे पहले आज प्रियंका द्वारा बुलाई गयी बैठक में जमकर हमलों का सिलसिला जारी रहा।
उत्तर प्रदेश में जिस तरह कांग्रेस हारी उसे लेकर आज प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष 65ताओं ने सवाल उठाये। इसी तरह पंजाब में सुनील जाखड़ ने लोकमत से बात करते हुए राहुल गांधी का बिना नाम लिये हमला किया और कहा कि चरणजीत सिंह चन्नी तथा नवजोत सिद्धू पर नेतृत्व ने जो दांव लगाया।
पार्टी की पराजय उसी का नतीजा है। जाखड़ यहीं नहीं रुके उन्होंने रविवार को कार्यसमिति की बैठक में हुई चर्चा पर भी तीखा व्यंग्य कसा। अंबिका सोनी जैसे नेताओं को चापलूस बताते हुए कहा कि चापलूसों ने नेतृत्व को वास्तविकता से रूबरू नहीं होने दिया और गलत फैसले कराए। कपिल सिब्बल ने तो सीधे सीधे राहुल गांधी के नेतृत्व को ही जिम्मेदार ठहराया और नेतृत्व में बदलाव की फिर मांग उठाई।
इधर हरीश रावत ने उत्तराखंड के प्रभारी और राहुल के सिपहसालार देवेंद्र यादव को घेरा, उन्होंने दुखी हो कर कहा कि उन पर टिकिट बेचने का जो आरोप लग रहा है उसे देखते हुए नेतृत्व को तत्काल उनको पार्टी से बाहर कर देना चाहिए। दरअसल देवेंद्र यादव ने चुनाव के पहले से ही प्रदेश में रावत के खिलाफ मोर्चा खोल कर उनको हाशिये पर खड़ा करने की कोशिश की थी जिससे रावत ने संन्यास लेने की बात कही थी।