ट्रेन की सीट पर रखा था लावारिस बैग, चैन खोली तो देखकर उड़े होश
By एस पी सिन्हा | Published: October 21, 2018 06:14 PM2018-10-21T18:14:03+5:302018-10-21T18:14:03+5:30
एफएमटी विभाग ने जीआरपी को कंकाल लौटा दिया। विभाग का कहना है कि कंकाल का पोस्टमार्टम नहीं होता है। हड्डी की जांच होगी। इसके लिए कोर्ट का आदेश जरूरी है।
बिहार के सीतामढ़ी से आनंदविहार(नई दिल्ली) जानेवाली लिच्छवी एक्सप्रेस के एस वन बोगी में सीट संख्या 64 पर लावारिस सफेद बैग में कंकाल मिलने से सनसनी फैल गई। ट्रेन को स्कॉर्ट कर रहे जवानों ने इसकी सूचना जीआरपी को दी। ट्रेन के मुजफ्फरपुर जंक्शन पर आने पर जीआरपी ने बैग को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा।
हालांकि, एफएमटी विभाग ने जीआरपी को कंकाल लौटा दिया। विभाग का कहना है कि कंकाल का पोस्टमार्टम नहीं होता है। हड्डी की जांच होगी। इसके लिए कोर्ट का आदेश जरूरी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बोगी में सीट पर लावारिस बैग रखे होने की सूचना यात्रियों ने स्कॉर्ट पार्टी को दी। जब बैग की तलाशी ली गई तो उसके अंदर प्लास्टिक के थैले में महिला का सिर व हाथ के करीब 12 टुकड़ों में कंकाल मिला। डॉक्टरों ने बताया कि हड्डी का पोस्टमॉर्टम नहीं किया जा सकता।
जीआरपी थानाध्यक्ष अच्छेलाल सिंह यादव ने बताया कि पुराना कंकाल है। कई टुकड़ों में बंटा है। पहचान काफी मुश्किल है। मामला संगीन है। जांच की जा रही है।
बताया जाता है कि दुर्गा पूजा के बाद परदेस लौटने वाले यात्रियों ने मुजफ्फरपुर से आनंद विहार जाने वाली सप्तक्रांति सुपर फास्ट एक्सप्रेस के यार्ड में लगे होने पर ही अपना कब्जा जमा लिया था। इस दौरान किसने बोगी में यह बैग रखा यह पता नहीं चल सका।