मथुरा की सिण्डीकेट बैंक शाखा में पैसा नहीं निकला छह फुट लंबा सांप
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 7, 2019 04:52 PM2019-05-07T16:52:57+5:302019-05-07T16:52:57+5:30
वन्यजीव संरक्षण परियोजना के निदेशक, बैजू राज एमवी ने कहा, ‘यह रैट स्नेक सांप था जो उत्तर भारत में पाया जाता है। चूंकि उस समय बैंक में काफी लोग मौजूद थे इसलिए ऐसे मौके पर अगर सांप बाहर निकल आता तो स्थिति खराब हो सकती थी। फिलहाल उसे निगरानी में रखा है । उसके शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित करने के बाद उसे वापस उसके प्राकृतिक पर्यावास में छोड़ दिया जाएगा।’’
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद के गांव रैपुरा जाट स्थित सिण्डिकेट बैंक की शाखा में वाटर डिस्पेंसर के नीचे लगभग छह फुट लंबा सांप पाया गया। बैंक के शाखा प्रबंधक मानवेन्द्र सिंह ने बताया, ‘‘सांप को सबसे पहले सफाई कर्मचारी ने काउण्टर के पास देखा।
वहां से कुछ देर बाद ही वह पानी के डिस्पेंसर के निकट पहुंच गया। उस समय बैंक में कर्मचारी और ग्राहक मौजूद थे, इसलिए तुरंत ही वाइल्डलाइफ एसओएस टीम से मदद मांगी गई। ’’ उन्होंने बताया कि चुरमुरा गांव में स्थित ‘‘वाइल्डलाइफ एसओएस रैपिड रिस्पॉन्स’’ यूनिट के दो विशेषज्ञों ने मौके पर पहुंच कर सांप को सुरक्षित निकाला। उसे निगरानी में रखा गया है।
सांप के पकड़े जाने के बाद बैंककर्मियों और ग्राहकों ने चैन की सांस ली। वन्यजीव संरक्षण परियोजना के निदेशक, बैजू राज एमवी ने कहा, ‘यह रैट स्नेक सांप था जो उत्तर भारत में पाया जाता है। चूंकि उस समय बैंक में काफी लोग मौजूद थे इसलिए ऐसे मौके पर अगर सांप बाहर निकल आता तो स्थिति खराब हो सकती थी।
फिलहाल उसे निगरानी में रखा है । उसके शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित करने के बाद उसे वापस उसके प्राकृतिक पर्यावास में छोड़ दिया जाएगा।’’
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने कहा कि तापमान बढ़ने के साथ, सांपों का इमारतों और आवासीय क्षेत्रों में आना बहुत आम बात है। सांप दिन के गर्म समय में अक्सर ठंडे स्थानों पर ही रहना पसंद करते हैं।