कोई पछतावा नहीं; ऐसा फिर कर सकते हैं अगर..., सिंघु बॉर्डर हत्या मामले में गिरफ्तार निहंग
By अनिल शर्मा | Published: October 16, 2021 08:37 AM2021-10-16T08:37:13+5:302021-10-16T09:02:03+5:30
आत्मसमर्पण करने से पहले सरवजीत और उसके सहयोगियों ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वे इस तरह की चीजें फिर से करने के लिए तैयार हैं यदि कोई "फिर से बेअदबी जैसा अपराध करने की हिम्मत करता है"।
हरियाणा में सोनीपत जिले के कुंडली (सिंघु बॉर्डर) में किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास शुक्रवार को एक व्यक्ति का शव धातु के एक अवरोधक से बंधा हुआ मिला। शव का एक हाथ कटा हुआ था। इस नृशंस हत्या के घंटों बाद सिखों की निहंग परंपरा के तहत नीले लिबास में एक व्यक्ति मीडिया के समक्ष आया और दावा किया कि उसने पीड़ित को पवित्र ग्रंथ की ‘बेअदबी’ करने की ‘सजा’ दी है। बाद में सरवजीत नाम के इस शख्स ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
आत्मसमर्पण करने से पहले सरवजीत और उसके सहयोगियों ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वे इस तरह की चीजें फिर से करने के लिए तैयार हैं यदि कोई "फिर से बेअदबी जैसा अपराध करने की हिम्मत करता है"। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें कोई पछतावा है, सरवजीत ने कहा कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं। इसके बाद वहां जो बोले सो निहाल का नारा लगने लगा। पुलिस ने 'जो बोले सो निहाल' के नारों के बीच सिंह को हिरासत में ले लिया। हिरासत का यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। गिरफ्तार निहंग को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
पीड़ित की पहचान दलित खेत मजदूर लखबीर सिंह और पंजाब के तरनतारन जिले के गांव चीमा खुर्द के निवासी के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि 35 साल की उम्र में, सिंह एक मजदूर के रूप में काम करता था, और उसका किसी भी राजनीतिक दल से कोई आपराधिक रिकॉर्ड या जुड़ाव नहीं था।हालांकि मृतक के परिवार का कहना है कि वह बेअदबी नहीं कर सकता था।
उधर, किसान आंदोलन की अगुवाई कर रही संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शख्स की 'भीषण हत्या' की निंदा की। एक बयान में, इसने कहा कि "घटना के दोनों पक्षों, निहंग समूह और मृतक व्यक्ति का एसकेएम से कोई संबंध नहीं है"। एसकेएम ने यह भी मांग की है कि हत्या और बेअदबी के पीछे साजिश के आरोप की कानूनी जांच के बाद दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए और वे "किसी भी कानूनी कार्रवाई में पुलिस और प्रशासन के साथ सहयोग करेंगे।"
बता दें, अपराध के कथित वीडियो क्लिप में, नीली पगड़ी और चोगा पहने कुछ लोग घायल व्यक्ति के सिर के पास उसके कटे हुए बाएं हाथ के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। समूह को उन पर एक सिख पवित्र पुस्तक का अपमान करने का आरोप लगाते हुए सुना जा सकता है। वीडियो में कथित तौर पर निहंगों को उस आदमी से पूछते हुए दिखाया गया है कि वह कहाँ से आया था और जिसने उसे "अपवित्रता" करने के लिए भेजा था। लखबीर को पंजाबी में समूह से गुहार लगाते हुए सुना जाता है। वीडियो के स्रोत और प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की जा सकी है।
पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) हंसराज ने कहा, "मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।" हरियाणा पुलिस ने कहा कि शव शुक्रवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे सिंघू विरोध स्थल मंच के पास एक धातु के बैरिकेड से बंधा मिला था।
इस मामले को लेकर किसान नेताओं को निशाने पर लेते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि इन प्रदर्शनों के पीछे के ‘अराजकतावादियों’ को बेनकाब करने की जरूरत है, क्योंकि वे देश का बड़ा नुकसान कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, कांग्रेस का सदैव यह मानना रहा है कि इस देश में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं हो सकता।’ उन्होंने कहा, ‘सरकार से हमारा यह कहना है कि इस मामले की पूरी तहकीकात की जाए और कानून को अपना काम करना चाहिए।