हरियाणाः सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर) पर किसानों के प्रदर्शन स्थल पर कटे हुए हाथ के साथ मृत मिले पंजाब निवासी लखबीर सिंह के परिवार ने कहा है कि वह नशे का आदी था और उसे लालच देकर वहां ले जाया गया। लखबीर सिंह के परिवार ने मामले में जांच और न्याय की मांग की है। लखबीर सिंह के ससुर ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। वह नशा करता था और उसे लालच देकर वहां ले जाया गया।
गौरतलब है कि हरियाणा में सोनीपत जिले के कुंडली (सिंघु बॉर्डर) में किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास शुक्रवार को एक व्यक्ति का शव धातु के एक अवरोधक से बंधा हुआ मिला। शव का एक हाथ कटा हुआ था। इस नृशंस हत्या के घंटों बाद सिखों की निहंग परंपरा के तहत नीले लिबास में एक व्यक्ति मीडिया के समक्ष आया और दावा किया कि उसने पीड़ित को पवित्र ग्रंथ की ‘बेअदबी’ करने की ‘सजा’ दी है। बाद में सरवजीत नाम के इस शख्स ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
लखबीर सिंह के आवास पर एएसआई कबाल सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि लखबीर सिंह एक मजदूर के रूप में काम करता था। उनके परिवार में पत्नी, तीन बेटियां हैं जिनमें सबसे छोटा 8 साल का और सबसे बड़ा 12 साल का है। 5-6 साल पहले उनकी पत्नी ने उन्हें छोड़ दिया और अलग रहती हैं।
वहीं मृतक लखबीर सिंह की बहन ने मीडिया को बताया कि वह 50 रुपए लेकर काम पर जाने की बात कही थी। बकौल पीड़ित की बहन, "उसने 50 रुपये लिए और कहा कि वह चबल में काम करने जा रहा है और 7 दिनों के बाद वापस आ जाएगा। मुझे लगा कि वह वहां काम करने गया है। वह ऐसा व्यक्ति नहीं था (गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान करने के लिए)। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।