सिद्धारमैया ने पानी की कमी को लेकर केंद्र को घेरा, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने पलटवार करते हुए कहा- "झूठी अफवाह फैलाना कांग्रेस की परंपरा है"
By आकाश चौरसिया | Published: October 30, 2023 10:45 AM2023-10-30T10:45:19+5:302023-10-30T10:47:17+5:30
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि कर्नाटक के किसी भी भाजपा सांसद ने राज्य के जल हितों का समर्थन तक नहीं किया है। मेकेदातु और महादयी नदी जैसी परियोजनाएं केंद्र की मंजूरी के लिए लंबित हैं।
नई दिल्ली:कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पहले से चले आ रहे जल विवाद पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर बहर छेड़ दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि वर्षा की कमी के बावजूद भी नरेंद्र मोदी वाली केंद्र सरकार ने कर्नाटक के पानी के मुद्दों का समाधान नहीं किया है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कर्नाटक के किसी भी भाजपा सांसद ने राज्य के जल हितों का समर्थन तक नहीं किया है। मेकेदातु और महादयी नदी जैसी परियोजनाएं केंद्र की मंजूरी के लिए लंबित हैं। वहीं, राज्य की पहल, उत्तरी कर्नाटक की सिंचाई के लिए ऊपरी कृष्णा परियोजना, केंद्र से राजपत्र अधिसूचना और राष्ट्रीय दर्जा की प्रतीक्षा कर रही है। प्रिय प्रधान मंत्री मोदी, क्या आप कन्नडिगाओं को और अधिक प्यासा रखना चाहते हैं?
इसके जवाब में केंद्रीय जल मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सीएम सिद्धारमैया के प्रश्नों पर हमला बोला। उन्होंने कहा, "हम जानते हैं कि झूठी अफवाह और गलत सूचना फैलाना कांग्रेस की परंपरा है। लेकिन ऐसा करके लोगों के जीवन में तबाही मचाना एक मुख्यमंत्री के लिए उपयुक्त नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा, "आप मेकेदातु परियोजना की स्थिति से भली-भांति परिचित हैं, अगर नहीं, तो हम आपको याद दिला दें, क्योंकि ऐसा लगता है कि आपको सही से टीम जानकारी नहीं साझा कर रही है।"
केंद्रीय मंत्री ने कहा, नवीनतम स्थिति ये है-
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूएमए) की कई बैठकों के दौरान मेकेदातु परियोजना की डीपीआर पर चर्चा को एक एजेंडा आइटम के रूप में शामिल किया गया था। हालांकि, इस एजेंडा आइटम पर पार्टी राज्यों के बीच सहमति की कमी के कारण इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हो सकी। कलसा और भंडुरा योजना नाला की डीपीआर को कुछ शर्तों के साथ सीडब्ल्यूसी द्वारा पहले ही मंजूरी दे दी गई है और इसकी सूचना कर्नाटक सरकार को भी दी है।
2017-17 के दौरान प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) तुरंत सिंचाई लाभ कार्यक्रम के तहत प्राथमिकता वाली कर्नाटक की 5 परियोजनाओं में से तीन पूरी हो चुकी हैं। दो चालू हैं और अब तक रु 1238.30 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता में से 1190.05 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं। अटल भूजल योजना के तहत कर्नाटक को पहले ही रुपये मिल चुके हैं। केंद्र से 629.54 करोड़ मिले लेकिन 28.10.2023 तक केवल 274.05 करोड़ रुपये खर्च किए।
Dear Shri. @siddaramaiah ,
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) October 30, 2023
We know it is tradition for Congress to spread false rumour & misinformation. But it isn’t becoming of a CM to wreak havoc in peoples lives by doing so.
You are very well aware of the status of the Mekedatu project - if not, let us remind you, since… pic.twitter.com/Kqwgi30Bxp