शिवराज सिंह चौहान के बुलडोजर ने गिराया हॉकी प्लेयर का घर, प्रशासन ने कहा, अवैध निर्माण था
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 3, 2022 02:12 PM2022-05-03T14:12:18+5:302022-05-03T14:19:14+5:30
मध्य प्रजेश के मंदसौर में बीते सोमवार को जिला प्रशासन की ओर से अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत चल रहे बुलडोजर ने एक राष्ट्रीय स्तर की हॉकी खिलाड़ी का घर जमींदोज कर दिया।
भोपाल:शिवराज सिंह चौहान के राज में चल रहा बुलडोजर सबको समान भाव से देखता है, चाहे वो अपराधी हो या अतिक्रमण करने वाला कोई खिलाड़ी हो।
यही कारण है कि मंदसौर में बीते सोमवार को अतिक्रमण विरोधी अभियान के नाम पर चल रहे बुलडोजर ने एक राष्ट्रीय स्तर की हॉकी खिलाड़ी का घर जमींदोज कर दिया।
समाचार वेबसाइट एनडीटीवी के मुताबिक 18 साल की सागू डावर का घर अतिक्रमण के आधार पर मंदसौर प्रशासन ने गिरा दिया, जबकि खिलाड़ी का कहना था कि वो प्रशासन से घर खाली करने के लिए प्रशासन से समय मांग रही थीं लेकिन प्रशासन ने उनकी एक न सुनी।
खबरों के मुताबिक इस घटना से आहत महिला हॉकी खिलाड़ी सागू डावर ने कथितरूप से आत्महत्या करने की भी कोशिश की, हालांकि सागू ने इस बात से इनकार करते हुए कहा कि खुद को आग लगाने की कोशिश उनकी बजाय अन्य महिलाओं ने की, जिनके मकानों को प्रशासन ने चोड़ दिया था।
इस संबंध में सागू ने कहा, "जिला प्रशासन बुलडोजर के साथ हमारे घर पर अचानक आ धमका और बिना किसी चेतावनी के घरों को गिराने लगे, जहां हम सालों से रह रहे हैं।"
डावर का कहना है कि उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों से अपील की कि वो उन्हें दो-तीन दिन का वक्त दें और उस अवधि में वो मकान खाली कर देंगी लेकिन अधिकारियों ने उनकी एक बात नहीं सुनी और मकान गिराने के काम को बंद नहीं किया।
सागू का कहना है कि उसी क्रम में अधिकारियों से उनकी बहस हुआ और हाथापाई के दौरान उनकी कमीज फट गई। लेकिन उसके बाद भी अधिकारियों ने उनकी बात पर कोई रहम नहीं दिखाई और घर को तोड़ दिया।
उन्होंने शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, "सरकार ने हमारा मकान केवल इसलिए गिरा दिया क्योंकि हम गरीब हैं, हमारे साथ अन्याय हुआ है और मैं इसके लिए चुप नहीं रहूंगी। मैं जमीन को तब तक नहीं छोड़ूंगी जब तक मेरे परिवार के लिए सरकार की ओर से किसी और जगह पर इंतजाम नहीं किया जाता है। सरकार ही बताए कि आखिर हम कहां जाएं, ऐसे कहां भटकते रहेंगे हम।"
वहीं सरकार की ओर से एसडीएम बिहारी सिंह ने कहा, " जिला प्रशासन की ओर से बीते 6 महीने से अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया जा रहा है, ये लोग (सागू डावर) जिस जमीन पर काबिज हैं, वो शिक्षा विभाग के स्टेडियम के लिए अलॉट है। इसलिए इन्हें वो जमीन खाली करनी ही होगी।
एसडीएम ने कहा, "प्रशासन कब्जे वाली जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराकर खिलाड़ियों के लिए स्टेडियम और खेल छात्रावास बनवाने वाली है और जिन लोगों ने इस जमीन पर कब्जा किया था उन्हें सरकार की ओर से मंदसौर के अलावदा खेड़ी गांव में जमीन अलॉट की गई है।"
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन के जमीन से संबंधित सभी दस्तावेज मौजूद हैं, जिसके आधार पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है।