'आप जाकर मिल लो...', शिवपाल यादव ने अब मुलायम को लेकर जताई नाराजगी! भाई के लिए पहली बार कह दिया कुछ ऐसा
By विनीत कुमार | Published: April 10, 2022 09:25 AM2022-04-10T09:25:39+5:302022-04-10T09:27:56+5:30
शिवपाल यादव अपने भतीजे अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं। ऐसी खबरें भी हैं कि शिवपाल भाजपा का दामन थाम सकते हैं। इन सबके बीच शिवपाल ने मुलायम सिंह यादव को लेकर भी अपनी नाराजगी इशारों-इशारों में जाहिर कर दी है।
इटावा: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के प्रमुख शिवपाल यादव के भाजपा में जाने की अटकलों के बीच उनके मुलायम सिंह यादव से भी नाराजगी की खबरें आ रही हैं। इसके संकेत उन्होंने शनिवार को दिए। यह एक तरह से पहली बार है जब शिवपाल ने अपने बड़े भाई मुलायम को लेकर नाराजगी जाहिर की है। शिवपाल यादव यह भी दोहराया कि उचित समय आने वाला है और वह जल्द अपने अगले कदम का खुलासा करेंगे।
मुलायम सिंह यादव से नाराज शिवपाल
यूपी विधानपरिषद चुनाव में वोटिंग के लिए शनिवार को मुलायम कुनबे के अधिकतर सदस्य इटावा में थे। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव सहित सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव और प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने भी मतदान किया।
इटावा में वोटिंग के बाद जब कुछ पत्रकारों ने जब शिवपाल यादव से सवाल किया कि मुलायम सिंह यादव भी आए हुए हैं, क्या उनसे मिलेंगे? शिवपाल ने इस बर सबको चौंकाने वाला जवाब दिया और तपाक से कहा, 'आप जाकर मिल लो।'
शिवपाल का ये जवाब इसलिए हैरान करने वाला रहा क्योंकि भले ही उनके भतीजे अखिलेश से नाराजगी की बात सामने आती रही हो पर शिवपाल और मुलायम के बीच प्यार और सम्मान बना रहा। तमाम उठापटक के बावजूद शिवपाल सार्वजनिक मंचों पर हमेशा मुलायम को पिता तुल्य बड़ा भाई बताते रहे हैं।
शिवपाल ने ट्विटर पर लिखा- हैं तैयार हम
शिवपाल ने भाजपा में जाने की अटकलों के बीच शनिवार को अपने ट्विटर पर नया पोस्टर चस्पा किया। इसमें लिखा है- 'हैं तैयार हम।' ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द शिवपाल यादव अपनी नई योजना का ऐलान कर भतीजे अखिलेश यादव और मुलायम को बड़ा झटका दे सकते हैं।
बताते चलें कि शिवपाल हाल में यूपी विधानसभा चुनाव में अकेले उतरने के मूड में थे। उन्होंने करीब 100 उम्मीदवार भी तय कर लिए थे। हालांकि मुलायम ने उन्हें अखिलेश का साथ देने को कहा और शिवपाल इस बात को मान गए। इसके बावजूद अखिलेश ने शिवपाल को एक ही सीट दी और उन्हें सपा के चिह्न पर चुनाव लड़ने क लिए मजबूर किया।
चुनाव प्रचार के दौरान भी शिवपाल ने कई बार कहा कि उन्होंने मुलायम के कहने पर अपनी पार्टी और इससे संबंधित योजनाओं को पीछे छोड़ दिया। इसके बावजूद उन्हें एक सीट दी गई।
सूत्रों के अनुसार शिवपाल को शिकायत है कि हमेशा मुलायम अहम मौकों पर अखिलेश का साथ देते रहे हैं जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है। जबकि वे सपा को मजबूत करने के लिए जमीनी स्तर पर काम करते रहे।