शिवसेना का असली चेहरा हुआ उजागर: पृथ्वीराज चव्हाण के खुलासे पर BJP नेता देवेंद्र फड़नवीस
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 21, 2020 07:58 AM2020-01-21T07:58:27+5:302020-01-21T07:58:27+5:30
फड़नवीस के इस बयान पर निशाना साधते हुए सेना की प्रवक्ता मनीषा कयांडे ने सोमवार रात कहा कि उनकी पार्टी ने कभी भी अपने नेताओं को लेकर "जोड़तोड़" नहीं की है। फड़नवीस ने दिल्ली में मीडिया से कहा, "चव्हाण ने जो कहा वह बहुत ही आश्चर्यजनक है। उनके इस बयान को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। इस खुलासे से शिवसेना का असली चेहरा सामने आया है।"
महाराष्ट्र में दो महीने पहले शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद कांग्रेस की तरफ से पूर्व सीएम पृथ्वी राज चौहान ने बेहद विवादास्पद बयान दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने खुलासा किया है कि 2014 के विधानसभा चुनाव के बाद भी उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने बीजेपी को रोकने के लिए मिलकर सरकार बनाने का प्रस्ताव दिया था जिससे कांग्रेस ने तत्काल इनकार कर दिया था।
इसी के बाद से महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल देखने को मिल रही है। महाराष्ट्र के भाजपा नेता व पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने सोमवार को कहा कि शिवसेना को कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण के उस बयान पर स्पष्टीकरण देना चाहिए कि उसने 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए कांग्रेस और NCP के साथ गठबंधन में सरकार बनाने का प्रस्ताव रखा था।
इसके साथ ही फड़नवीस ने कहा कि चव्हाण का बयान बेहद चौंकाने वाला है और इससे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी का "असली चेहरा" उजागर हुआ है।
फड़नवीस के इस बयान पर निशाना साधते हुए सेना की प्रवक्ता मनीषा कयांडे ने सोमवार रात कहा कि उनकी पार्टी ने कभी भी अपने नेताओं को लेकर "जोड़तोड़" नहीं की है। फड़नवीस ने दिल्ली में मीडिया से कहा, "चव्हाण ने जो कहा वह बहुत ही आश्चर्यजनक है। उनके इस बयान को गंभीरता से लिया जाना चाहिए. इस खुलासे से शिवसेना का असली चेहरा सामने आया है।"
फड़नवीस ने कहा, "शिवसेना को चव्हाण के बयान पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।" गौरतलब है कि महाराष्ट्र में करीब दो महीने पहले शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने वाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने खुलासा किया है कि 2014 के विधानसभा चुनाव के बाद भी उद्धव ठाकरे कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाना चाहते थे।