मुंबई: पत्नी के नाम ईडी के समन से भड़के शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने केंद्र की मोदी सरकार को चेतावनी दी है। राउत ने सोमवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मुझसे पंगा मत लेना मैं नंगा आदमी हूं और शिवसैनिक हूं। उन्होंने कहा, 'मेरे पास भाजपा की फ़ाइल है, अगर उसे निकाला तो आपको देश से छोड़कर भागना पड़ेगा। मेरे पास 121 लोगों के नाम हैं। जल्द ही ईडी को दूँगा। इतने नाम हैं कि 5 साल ईडी को काम करना पड़ेगा। तब ईडी को पता चलेगा कि किससे पंगा लिया है।'
राउत ने आरोप लगते हुए कहा की हमारे परिवार वालों में किसी की संपत्ति 1600 गुना नहीं बढ़ी है। बीजेपी के नेताओं के घरवालों की आमदनी 1600 गुना बढ़ी है। पहले आप उनपर कार्रवाई करिये। हम कानून से बड़े नहीं हैं, हम इसका पालन करेंगे। मेरे पास तुम्हारा हिसाब है, तुम्हारे परिवार वालों का हिसाब किताब है। लेकिन बालासाहेब ठाकरे ने हमें सिखाया है कि सीधी लढाई लड़नी चाहिए। बच्चे और परिवारवालों को बीच में नहीं लाया जाना चाहिए। उद्धव ठाकरे ने भी यही बात मुझसे कही है। बालासाहेब ठाकरे की तस्वीर मेरे पीछे है, उन्हें देखकर मैं आपको कहता हूँ कि हम इसका जवाब देंगे और यह आप पर भारी पड़ेगा।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को पीएमसी बैंक धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए 29 दिसम्बर को तलब किया है। यह जानकारी अधिकारियों ने रविवार को दी। वर्षा राउत को मुंबई में केंद्रीय एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है। यह उनको पेश होने के लिए जारी तीसरा समन है, इससे पहले वह दो बार स्वास्थ्य आधार पर एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुई हैं। पूछताछ के लिए उन्हें समन धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत जारी किया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने दावा किया कि ईडी वर्षा राउत से उस राशि की ‘रसीद’ के बारे में पूछताछ करना चाहता है जिसका कथित तौर पर बैंक से गबन किया गया था। ईडी ने पिछले साल अक्टूबर में पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक में कथित ऋण धोखाधड़ी की जांच के लिए हाउजिंग डेवलपमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल), उसके प्रमोटर राकेश कुमार वधावन और उनके बेटे सारंग वधावन, उसके पूर्व अध्यक्ष वी. सिंह और पूर्व प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस के खिलाफ पीएमएलए के एक मामला दर्ज किया था।
एजेंसी ने पीएमसी बैंक को कथित रूप से ‘‘प्रथम दृष्टया गलत तरीके से 4,355 करोड़ रुपये का नुकसान और खुद को लाभ’’ पहुंचाने के लिए उनके खिलाफ मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज प्राथमिकी पर संज्ञान लिया था। राकांपा और कांग्रेस के साथ महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महागठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की हिस्सा शिवसेना, ने पहले आरोप लगाया था कि केंद्रीय जांच एजेंसियां उन्हें गलत तरीके से निशाना बना रही हैं। हाल ही में शरद पवार की पार्टी राकांपा में शामिल हुए भाजपा के पूर्व नेता एकनाथ खडसे को भी ईडी ने पुणे के भोसरी इलाके में एक भूमि सौदे से जुड़े धनशोधन मामले के संबंध में 30 दिसंबर को पूछताछ के लिए तलब किया है। भाषा अमित धीरज धीरज