यवतमाल: शिवसेना सांसद भावना गवली पाटिल मुश्किल में हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यवतमाल-वाशिम से सांसद के 5 ठिकानों पर छापेमारी की है। मुंबई से वाशिम पहुंचकर ईडी के अधिकारियों ने गवली के संस्थानों में छापेमारी की है।
गवली ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा, "ईडी अधिकारियों की कार्रवाई पूरी होने के बाद हम बोलेंगे।" गवली के संस्थानों पर छापेमारी के बाद शिवसेना और बीजेपी में भिड़ंत हो गई है। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने आरोप लगाया था कि वाशिम-यवतमाल लोकसभा क्षेत्र से सांसद भावना गवली ने सांसद के रूप में अपने 22 साल के कार्यकाल के दौरान 100 करोड़ रुपये का गबन किया था।
किरीट सोमैया ने 20 अगस्त को वाशिम में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हमारे पास पुख्ता सबूत हैं और ईडी, सीबीआई, सहकारिता मंत्री, आयकर विभाग और अन्य जगहों पर शिकायतें दर्ज कराई गई हैं।" प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित धनशोधन मामले में जांच के तहत महाराष्ट्र में शिवसेना की सांसद भावना गवली से जुड़े कई परिसरों पर सोमवार को छापेमारी की।
यह जानकारी अधिकारियों ने दी। उन्होंने बताया कि यवतमाल- वाशिम से लोकसभा की सदस्य से जुड़े कम से कम 5 परिसरों पर धनशोधन रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों के तहत छापेमारी की गई। समझा जाता है कि ईडी का मामला महाराष्ट्र पुलिस की प्राथमिकी पर आधारित है, जिसमें कथित तौर पर 18 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी एवं अन्य अनियमितताओं के आरोप लगाए हैं। अधिकारियों ने कहा कि वाशिम, मुंबई एवं कुछ अन्य स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।
राजनीतिक कार्यकर्ता को ईडी का नोटिस ‘प्रेम पत्र’ है न कि ‘डेथ वारेंट’: संजय राउत
केंद्र पर कटाक्ष करते हुए, शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को कहा कि राजनीतिक कार्यकर्ताओं को मिलने वाला, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का नोटिस "डेथ वारंट" नहीं है, बल्कि एक "प्रेम पत्र" है। इससे एक दिन पहले केंद्रीय एजेंसी ने शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के मंत्री अनिल परब को उसके सामने पेश होने को कहा था। राउत ने पत्रकारों से कहा, “मजबूत और अभेद्य महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की दीवार को तोड़ने के असफल प्रयासों के बाद ऐसे प्रेम पत्रों की संख्या बढ़ गई है।”
राउत ने कहा कि परब को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने निशाना बनाया है। उन्होंने कहा, "वह नोटिस का जवाब देंगे और ईडी के साथ सहयोग करेंगे। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि ईडी ने परब को, महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और अन्य के खिलाफ दर्ज धन शोधन के मामले में मंगलवार को पूछताछ के लिए तलब किया है। राउत ने कहा, “या तो भाजपा का व्यक्ति ईडी में डेस्क अफसर है या ईडी का अधिकारी भाजपा कार्यालय में काम कर रहा है।”
भाजपा की पूर्व सहयोगी शिवसेना, महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के साथ सत्ता साझा करती है। उन्होंने भाजपा पर महाराष्ट्र में मंदिरों को फिर से खोलने के लिए प्रदर्शन आयोजित करने को लेकर भी निशाना साधा, जो कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण बंद हैं। शिवसेना नेता ने कहा, “महाराष्ट्र सरकार केंद्र के निर्देशों का पालन कर रही है, जिसमें राज्यों को आगामी त्योहारों से पहले और कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने की आशंका के मद्देनजर सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। हमारा मानना है कि केंद्र सरकार भी 'हिंदुत्ववादी' है।”
हरियाणा में किसानों पर पुलिस के लाठीचार्ज के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा कि भाजपा को किसानों के बहे खून की कीमत चुकानी होगी। उन्होंने कहा, “हरियाणा में एक स्थानीय एसडीएम ने प्रदर्शन कर रहे किसानों का सिर फटने तक पुलिस को लाठीचार्ज करने का आदेश दिया।” करनाल में किसानों के प्रदर्शन के दौरान ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात अधिकारी कैमरे में पुलिस से कथित रूप से "किसानों के सिर फोड़ने" के लिए कहते हुए नजर आए। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और राजनीतिक पार्टियों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।