आदित्य ठाकरेः परिवार की परंपरा से इतर लड़ा चुनाव, पहली बार विधायक बने, पिता ने बनाया मंत्री, जानें रोचक बातें

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 30, 2019 01:24 PM2019-12-30T13:24:33+5:302019-12-30T14:31:36+5:30

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और वर्ली के विधायक आदित्य ठाकरे के महाराष्ट्र सरकार में मंत्री बनाया गया है। अपने छोटे से राजनीतिक करियर में भी उनका विवादों से साबका रहा है।

shiv sena Aaditya Thackeray become minister Complete Profile in Hindi: political career interesting facts | आदित्य ठाकरेः परिवार की परंपरा से इतर लड़ा चुनाव, पहली बार विधायक बने, पिता ने बनाया मंत्री, जानें रोचक बातें

आदित्य ठाकरेः परिवार की परंपरा से इतर लड़ा चुनाव, पहली बार विधायक बने, पिता ने बनाया मंत्री, जानें रोचक बातें

Highlightsआदित्य शिवसेना की यूथ विंग के अध्यक्ष भी हैं।आदित्य ठाकरे ने साल 2010 में शिवसेना ज्वॉइन की थी।

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और वर्ली के विधायक आदित्य ठाकरेमहाराष्ट्र सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। रविवार को महाराष्ट्र विधान भवन में उन्होंने 36 मंत्रियों के साथ शपथ ग्रहण की। आज महाराष्ट्र  सरकार का कैबिनेट विस्तार हो रहा है। हाल में ही आदित्य ठाकरे की सुरक्षा बढ़ाकर जेड श्रेणी की गई है।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में चुनावी राजनीति में पदार्पण करते हुए शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने  को मुंबई में वर्ली विधानसभा सीट से जीत दर्ज की। ठाकरे परिवार से कोई चुनाव लड़ने वाले पहले सदस्य 29 वर्षीय आदित्य ने एनसीपी के अपनी करीबी प्रतिद्वंद्वी सुरेश माने को 70,000 से अधिक मतों के भारी अंतर से हराया था। आदित्य शिवसेना की यूथ विंग के अध्यक्ष भी हैं।

आदित्य ठाकरे ने साल 2010 में शिवसेना ज्वॉइन की थी। 2018 में उन्हें शिवसेना नेता के तौर पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया। उन्होंने साल 2019 में चुनावी राजनीति में पदार्पण किया। 

आदित्य ठाकरे का जन्म 13 जून 1990 को हुआ था। उन्होंने मुंबई के सेंट जेवियर और केसी लॉ कॉलेज से पढ़ाई की है। उन्हें क्रिकेट और यात्राएं पसंद हैं।

अपने छोटे से राजनीतिक करियर में भी उनका विवादों से साबका रहा है। अक्टूबर 2010 में उन्होंने मुंबई यूनिवर्सिटी के बाहर एक किताब पर बैन लगाने की मांग की थी। ये रोहिंटन मिस्त्री की किताब थी जो यूनिवर्सिटी के सिलेबस में शामिल थी। 

12 अक्टूबर 2015 को एक शिवसैनिक ने लेखक सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर स्याही फेक दी थी। बाद में आदित्य ने इस कृत्य का बचाव किया था। 2014 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान आदित्य ने सामना में लिखा था कि गुजराती और गैर-मराठियों कारोबारियों ने मुंबई से बहुत कुछ लिया है। बाद में आदित्य ने अपने बयान के लिए माफी मांगी।

English summary :
Aditya Thackeray joined Shiv Sena in the year 2010. In 2018, he was inducted into the National Executive as Shiv Sena leader. He made his debut in electoral politics in the year 2019.


Web Title: shiv sena Aaditya Thackeray become minister Complete Profile in Hindi: political career interesting facts

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