10 करोड़ से भी ज्यादा किसानों के खातों में पहुंचे 21,000 करोड़ रुपये, पीएम मोदी ने शिमला में किसान सम्मान निधि की जारी की 11वीं किस्त
By अनिल शर्मा | Published: May 31, 2022 01:21 PM2022-05-31T13:21:36+5:302022-05-31T13:36:12+5:30
सम्मेलन के दौरान, प्रधान मंत्री ने देश भर के जन प्रतिनिधियों से सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कल्याण कार्यक्रमों के बारे में प्रतिक्रिया मांगी।
शिमलाः प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के तहत 10 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसानों को 21,000 करोड़ रुपये जारी किए। यह पीएम-किसान योजना के तहत 11वीं किस्त थी। पीएम मोदी मंगलवार को 'गरीब कल्याण सम्मेलन' में हिस्सा लेने शिमला पहुंचे।
पीएम ने केंद्र में एनडीए सरकार की आठवीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत की। यह कार्यक्रम शिमला के रिज मैदान में आयोजित की गई है। इस दौरान पीएम ने कहा कि अभी देश के करोड़ों किसानों के खातों में पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा ट्रांसफर हो गया। पैसा उनको मिल भी गया और आज मुझे शिमला की धरती से देश के 10 करोड़ से भी ज्यादा किसानों के खातों में पैसे पहुंचाने का सौभाग्य मिला है।
सम्मेलन के दौरान, प्रधान मंत्री ने देश भर के जन प्रतिनिधियों से सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कल्याण कार्यक्रमों के बारे में प्रतिक्रिया मांगी। प्रधान मंत्री कार्यालय के अनुसार, सम्मेलन का प्रयास सरकारी कार्यक्रमों की पहुंच और वितरण को और अधिक कुशल बनाना था ताकि देश के नागरिकों के जीवन को आसान बनाया जा सके। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने 30 मई को केंद्र में अपने आठ साल पूरे किए। रैली को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, हमारी योजना देश के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज तैयार करने की है। हमें 21वीं सदी के बुलंद भारत के लिए, आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करना है। एक ऐसा भारत जिसकी पहचान अभाव नहीं बल्कि आधुनिकता हो।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में दशकों तक वोटबैंक की राजनीति हुई है। अपना-अपना वोटबैंक बनाने की राजनीति ने देश का बहुत नुकसान किया है। हम वोटबैंक बनाने के लिए नहीं, नए भारत को बनाने के लिए काम कर रहे हैं। हमने शत प्रतिशत लाभ, शत प्रतिशत लाभार्थी तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है, लाभार्थियों के सैचुरेशन का प्रण लिया है। शत प्रतिशत सशक्तिकरण यानि भेदभाव खत्म, सिफारिशें खत्म, तुष्टिकरण खत्म। शत प्रतिशत सशक्तिकरण यानि हर गरीब को सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ।
प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने आगे कहा, सरकारी पीएम आवास योजना हो, स्कॉलरशिप देना हो या फिर पेंशन योजनाएं, टेक्नोलॉजी की मदद से हमने भ्रष्टाचार की गुंजाइश को कम से कम कर दिया है। जिन समस्याओं को पहले स्थाई मान लिया गया था, हम उसके स्थाई समाधान देने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वक़्त बदल चुका है। आज चर्चा होती है सरकारी योजनाओं से मिलने वाले लाभ की। आखिरी घर तक पहुंचने का प्रयास होता है। दुनिया में आज भारत के स्टार्ट अप की चर्चा होती है। वर्ल्ड बैंक भी चर्चा करता है भारत के इज ऑफ डूइंग बिजनेस की।