शशि थरूर ने कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव पर कहा, 'कांग्रेस समावेशी है, कोई फर्क नहीं पड़ता कि खड़गे साहब जीते या मेरी जीत हो'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 15, 2022 09:13 PM2022-10-15T21:13:19+5:302022-10-15T21:19:54+5:30
शशि थरूर ने 17 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए होने वाले वोटिंग से पहले वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से मिल रही कड़ी चुनौती के मसले पर खुलकर बात की।
गुवाहाटी: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सांसद शशि थरूर ने 17 अक्टूबर को पार्टी अध्यक्ष पद के लिए होने वाले वोटिंग से पहले वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से मिल रही कड़ी चुनौती के मसले पर खुलकर बात की।
शशि थरूर ने चुनावी हार-जीत के सवाल को दरकिनार करते हुए कहा कि कांग्रेस समावेशी पार्टी है। हम धर्म, भाषा, लिंग, जाति के मसले पर एक भारत का सपना देखने वाले लोग हैं, इसके कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन कांग्रेस के अध्यक्ष का चुनाव जीतता है या हारता है।
शशि थरूर ने गुवाहाटी में कहा, "कोई फर्क नहीं पड़ता कि खड़गे साहब जीते या मेरी जीत हो, कांग्रेस की जीत होनी चाहिए। कांग्रेस समावेशी भारत की पार्टी है। हम एकमात्र पार्टी हैं जो चाहते हैं कि हर धर्म, लिंग, भाषा, क्षेत्र के लोग हमारे साथ रहें।"
कोई फर्क नहीं पड़ता कि खड़गे साहब जीते या मेरी जीत हो, कांग्रेस की जीत होनी चाहिए। कांग्रेस समावेशी भारत की पार्टी है। हम एकमात्र पार्टी हैं जो चाहते हैं कि हर धर्म, लिंग, भाषा, क्षेत्र के लोग हमारे साथ रहें: कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर, गुवाहाटी pic.twitter.com/GClfuUg2L2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 15, 2022
अध्यक्ष पद के चुनाव में पूरी गंभीरता से लगे हुए शशि थरूर अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए आजकल देश के विभिन्न राज्यों का सघन दौरा कर रहे हैं। बीते 14 अक्टूबर को बिहार की राजधानी पटना में शशि थरूर ने उन दावों को खारिज किया था कि अध्यक्ष पद में उन्हें चुनौती देने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे को गांधी परिवार का मौन समर्थन प्राप्त है।
शशि थरूर ने कांग्रेस निर्वाचक मंडल के सदस्यों के समर्थन जुटाने के क्रम में इस बात को इमानदारी से स्वीकार करते हुए कहा कि कांग्रेस में कोई भी अध्यक्ष हो, वह गांधी परिवार को दूर रखकर कांग्रेस पार्टी को नहीं चला सकता है। उन्होंने इस संबंध में अपने विषय में कहा, "मैं खुद भी ऐसा नहीं करना चाहूंगा।"
थरूर ने कहा कहा, "जब मैंने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का मन बनाया तो मैं खुद सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से अलग-अलग मिला। सभी ने मुझसे कहा कि पार्टी अध्यक्ष पद का चुनाव निष्पक्ष होगा और उनमें से किसी ने भी किसी की (मल्लिकार्जुन खड़गे) वरीयता का संकेत नहीं दिया है।"