नई दिल्ली: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शुक्रवार को विभिन्न विकास रिपोर्टों में भारत की खराब स्थिति को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि बीजेपी चाहे जितने भी वोटों से जीते, पर यह सरकार का प्रदर्शन नहीं है। साथ ही शशि थरूर ने पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल की तुलना कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के कार्यकाल से की और वैश्विक विकास रिपोर्ट के अंतर की ओर इशारा किया।
उन्होंने ट्वीट कर कहा 'मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भारत मानव स्वतंत्रता सूचकांक में 94 से 111 पर वहीं (यूपीए के तहत 75 पर थे) वैश्विक आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक में 79 से 105 और यूएनडीपी के मानव सूचकांक में 129 से 131 पर आ गया हैं। चाहे भाजपा जितने भी वोट जीते पर यह सरकार का प्रदर्शन नहीं है ।'
मानव स्वतंत्रता सूचकांक व्यक्तिगत नागरिक और आर्थिक स्वतंत्रता की वैश्विक रैंकिंग है। संयुक्त राज्य अमेरिका में कैटो इंस्टीट्यूट और कनाडा में फ्रेजर इंस्टीट्यूट द्वारा सूचकांक दुनिया में मानव स्वतंत्रता की स्थिति को प्रस्तुत करने के लिए 2008 से 2018 तक के आंकड़ों का उपयोग करता है। 162 देशों में से भारत 2020 में 111 वे स्थान पर था वहीं 2019 में भारत सूचकांक 94 स्थान पर था।
ग्लोबल इकोनामिक फ्रीडम इंडेक्स 2020 में भारत 26 पायदान फिसलकर 79 से 105 स्थान पर आ गया। फ्रेजर इंस्टिट्यूट की वार्षिक रिपोर्ट भारत के थिंकटैंक सेंटर फॉर सिविल सोसायटी के संयोजन में जारी की गई थी। यूएनडीपी मानव विकास रिपोर्ट में भी भारत की स्थिति बहुत अच्छी नहीं रही। 189 देशों की लिस्ट में भारत 131वें स्थान पर है।