शरद पवार ने संसद में पीएम नरेंद्र मोदी से की मुलाकात, करीब आधे घंटे चली बैठक
By विनीत कुमार | Published: April 6, 2022 03:20 PM2022-04-06T15:20:42+5:302022-04-06T15:28:21+5:30
महाराष्ट्र में सियासी पारा चरम पर है। संजय राउत पर ईडी की कार्रवाई ने भी महाराष्ट्र की सियासत में नई हलचल मचा दी है। इन सबके बीच बुधवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
नई दिल्ली: एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं की मुलाकात दोपहर में संसद में प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई। इस मुलाकात की खास बात यह रही कि दोनें की बैठक के दौरान कोई अन्य नेता मौजूद नहीं था। सामने आई जानकारी के अनुसार दोनों के बीच करीब 20 से 25 मिनट तक चर्चा हुई।
हालांकि सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र को लेकर दोनों नेताओं में चर्चा हुई। इस मुलाकात का समय इसलिए भी अहम है क्योंकि महाराष्ट्र में वर्तमान राजनीतिक पारा चरम पर है। सत्तारूढ़ दल और विपक्ष आमने-सामने हैं।
वहीं, संजय राउत के खिलाफ भी मंगलवार को ईडी ने कार्रवाई की थी और उनकी कुछ संपत्तियों को जब्त किया था। ईडी ने भूमि सौदों से जुड़ी धन शोधन जांच के तहत शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया है।
इससे पहले नितिन गडकरी की भी शरद पवार की मंगलवार को मुलाकात हुई थी। शरद पवार ने रात्रिभोज का आयोजन किया था, इसमें गडकरी के साथ-साथ संजय राउत भी शामिल हुए थे। तीनों एक साथ बैठे नजर आए थे।
राउत ने ईडी की कार्रवाई को प्रतिशोध बताया
इस कार्रवाई के बाद राउत ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई प्रतिशोध के तहत की गई है और उनके खिलाफ ईडी के दावे विफल हो जाएंगे। ईडी की कार्रवाई मुंबई की 'चॉल' के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं और इसी तरह के अन्य घटनाओं से संबंधित है।
ईडी ने एक बयान में कहा कि कुर्क की गई संपत्तियां पालघर और ठाणे में भूखंड के रूप में हैं, जिनपर गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक प्रवीण एम राउत का कब्जा है। इसके अलावा मुंबई के दादर में संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत का एक फ्लैट है और अलीबाग के किहिम बीच पर आठ भूखंड हैं जो वर्षा राउत और स्वप्ना पाटकर की संयुक्त मिल्कियत है।
स्वप्ना पाटकर सुजीत पाटकर की पत्नी हैं। ईडी के मुताबिक, सुजीत पाटकर शिवसेना के राज्यसभा सदस्य और पार्टी प्रवक्ता संजय राउत के करीबी सहयोगी हैं। एजेंसी ने पाया कि अलीबाग में भूमि सौदे में, पंजीकृत मूल्य के अलावा, विक्रेताओं को "नकद" भुगतान भी किया गया था। इसमें कहा गया है कि कुर्क की गई संपत्तियों का कुल मूल्य 11,15,56,573 रुपये है।
शरद पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी के कई नेताओं को भी केंद्रीय एजेंसी की जांच का सामना करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी की सरकार है जिसमें शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस शामिल है। संजय राउत ने मंगलवार को उनकी संपत्ति कुर्क करने की ईडी की कार्रवाई को 'मध्यम वर्गीय मराठी मानुष' पर हमला करार दिया और कहा कि वह इस तरह के कदमों से नहीं डरेंगे तथा उन पर दबाव बनाने के लिए की गई किसी भी कार्रवाई का विरोध करेंगे।
(भाषा इनपुट)