"शरद पवार कांग्रेस की 'वंशवादी राजनीति' के कारण नहीं बन सके प्रधानमंत्री", पीएम मोदी का दावा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 9, 2023 10:53 AM2023-08-09T10:53:39+5:302023-08-09T10:57:59+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दल कांग्रेस पर एक बार फिर जबरदस्त हमला करते हुए दावा किया कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार प्रधानमंत्री नहीं बन पाये क्योंकि कांग्रेस की "वंशवादी राजनीति" ने ऐसा नहीं होने दिया।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दल कांग्रेस पर एक बार फिर जबरदस्त हमला करते हुए दावा किया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार इस कारण से देश के प्रधानमंत्री नहीं बन पाये क्योंकि कांग्रेस की "वंशवादी राजनीति" ने ऐसा नहीं होने दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते मंगलवार को यह टिप्पणी ऐसे समय में की है, शरद पवार के भतीते अजित पवार उनके साथ बगावत करके पिछले महीने पार्टी के आठ अन्य विधायकों को लेकर महाराष्ट्र की भाजपा-शिवसेना (शिंदे गुट) की सरकार में शामिल हो गये और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस के साथ अजित पवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया गया।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के मुताबिक पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के एनडीए सांसदों के साथ बैठक के दौरान यह भी कहा कि कांग्रेस और शरद पवार ने भाई-भतीजावाद के कारण राजनीति में कई प्रतिभाशाली लोगों को बढ़ावा नहीं मिला।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने उनके साथ गठबंधन नहीं तोड़ा है बल्कि उन्होंने भाजपा की पीठ में छुरा भोंकने का प्रयास किया है।
प्रधानमंत्री ने साल 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच मची रार पर कहा , "उद्धव ठाकरे की शिवसेना की ओर से बिना किसी कारण भाजपा के साथ विवाद पैदा किया गया। लेकिन हमने सबकुछ सहन किया है। कभी-कभी हमने इसे हल्के में भी लिया। एक तरफ तो आप सत्ता में रहना चाहते हैं और दूसरी तरफ आप सहयोगी की आलोचना भी करना चाहते हैं। ये दोनों चीजें भला एक साथ कैसे चल सकती हैं।"
पीएम मोदी ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने सीएम गद्दी पाने के स्वार्थ में भाजपा से नाता तोड़ लिया और कांग्रेस और एनसीपी के साथ महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के नाम से एक बेमेल गठबंधन कर लिया।
इसके साथ उन्होंने एनडीए सांसदों से यह भी कहा कि उन्होंने सत्ता में रहते हुए गलत काम करने वालों के टिकट रद्द कर दिया और उसके बाद उन लोगों ने चुनाव प्रचार के दौरान अपनी गलतियों के लिए माफी मांगी थी।
प्रधानमंत्री ने एनडीए सांसदों से कहा कि एनडीए में उनके सहयोगी महत्वपूर्ण हैं और यहां पर सभी लोग एक साथ रहेंगे और सम्मान पाएंगे क्योंकि भाजपा कांग्रेस की तरह अहंकारी नहीं है।