नई दिल्ली, 30 अगस्त:कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने अध्यक्ष राहुल गांधी को राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) के किसी भी कार्यक्रम का आमंत्रण स्वीकार करने से मना किया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, पार्टी की कोर ग्रुप की मीटिंग में नेताओं ने राहुल को ये सलाह दी है।
खबरों की माने तो राहुल लगातार कुछ दिनों से आरएसएस को लेकर सख्त रवैया अपनाए हुए हैं। वो एक के बाद एक आरएसएस की नीतियों की आलोचना कर रहे हैं। अगर राहुल कार्यक्रम में शमिल होते हैं तो उनके बयान और व्यवहार में अंतर दिखेगा, जिसकी वजह से पार्टी चाहती है कि राहुल निमंत्रण को ना स्वीकारे।
राहुल के अलावा और भी कई दलों के प्रमुखों को बुलावा भेजा जाएगा। सीता राम येचुरी समेत और भी लेफ्ट के नेताओं को न्योता भेजा जा सकता है।
दरअसल हाल ही में मीडिया में ये खबर आई थी कि अगले महीने राष्ट्रीय संघ सेवक (आरएसएस) राहुल गांधी को व्याख्यान सीरीज में आमंत्रित कर सकता है। इस खबर के आने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि राहुल या पार्टी के किसी अन्य नेता के आरएसएस कार्यक्रम में भाग लेने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। खड्गे ने ये भी कहा था कि 'पहले बुलावा आने दीजिए। यह सब चुनावी कवायद है। अगर राहुल मुझसे वहां जाने के बारे में पूछेंगे तो मैं यही कहूंगा कि वहां जाने का कोई सवाल ही नहीं है। ऐसे लोगों से मंच साझा करने की जरूरत नहीं।'
गौरतलब है कि इससे पहले आरएसएस वालों ने अपने कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस नेता प्रणब मुखर्जी को बुलाया था। प्रणब मुखर्जी ने न्यौता स्वीकार करते हुए कार्यक्रम में शामिल भी हुए थे, जिसके बाद जमकर बवाल हुआ था। उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी समेत कई कांग्रेसी नेता नाराज हो गए थे।