एससीओ के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक दिल्ली में हुई, अजीत डोवाल ने पाकिस्तान के प्रतिनिधि की मौजूदगी में उठाया आतंकवाद का मुद्दा

By शिवेंद्र कुमार राय | Published: March 29, 2023 03:10 PM2023-03-29T15:10:33+5:302023-03-29T15:13:09+5:30

शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने ने कहा कि आतंकवाद अपने सभी रूपों में खतरा है और इसका वित्तपोषण अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक है।

SCO's National Security Advisors meeting held in Delhi Ajit Doval raised issue of terrorism | एससीओ के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक दिल्ली में हुई, अजीत डोवाल ने पाकिस्तान के प्रतिनिधि की मौजूदगी में उठाया आतंकवाद का मुद्दा

एससीओ के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में अजीत डोवाल ने उठाया आतंकवाद का मुद्दा

Highlightsएससीओ के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक दिल्ली में संपंन्न हुईपाकिस्तान के प्रतिनिधि ने भी लिया हिस्साअजीत डोवाल ने उठाया आतंकवाद का मुद्दा

नई दिल्ली: दिल्ली में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (एनएसए) की बैठक दिल्ली में संपंन्न हुई। बैठक में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने भी हिस्सा लिया। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में बुधवार को अजीत डोवाल ने कहा कि वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य हाल के वर्षों में कई चुनौतियों का सामना कर रहा है और इससे  एससीओ क्षेत्र  भी प्रभावित हो रहा है।

अजीत डोवाल ने कहा, "वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य हाल के वर्षों में विकास के कारण कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। एससीओ क्षेत्र भी इन चुनौतियों के प्रभाव से प्रभावित है। चार्टर, सदस्य देशों से संप्रभुता और राज्यों की क्षेत्रीय अखंडता के लिए पारस्परिक सम्मान रखने का आह्वान करता है।"

उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा अत्यधिक लाभकारी हो सकती है क्योंकि एससीओ चार्टर अन्य देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ संबंधों को बनाए रखने और अंतर्राष्ट्रीय संघर्षों की रोकथाम में सहयोग करने पर केंद्रित है। डोवाल ने कहा कि चार्टर सदस्य देशों से संप्रभुता, राज्यों की क्षेत्रीय अखंडता, बल का उपयोग न करने, अंतरराष्ट्रीय संबंधों में बल के उपयोग की धमकी न देने,  पारस्परिक सम्मान रखने और क्षेत्रों में एकतरफा सैन्य श्रेष्ठता का दावा नहीं करने का आह्वान करता है।

डोवाल ने यह भी रेखांकित किया कि भारत की विदेश नीति इन्हीं सिद्धांतों पर आधारित है और "हर संभव तरीके से हमारी प्रतिबद्धता" को दर्शाती है। उन्होंने बैठक के दौरान आतंकवाद का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद अपने सभी रूपों में खतरा है और  इसका वित्तपोषण अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक है। 

एससीओ की सुरक्षा परिषदों के सचिवों/एनएसए की 18वीं बैठक में कजाकिस्तान के राष्ट्रपति के सहयोगी गिजात नर्डौलेटोव, चीन के वांग शियाओहोंग (राज्य पार्षद और सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री), किर्गिस्तान के लेफ्टिनेंट जनरल मराट मुकानोविच इमानकुलोव, पाकिस्तान के इंजी. अमीर हसन (सचिव, राष्ट्रीय सुरक्षा प्रभाग), रूस के निकोलाई पेत्रुशेव (रूस की सुरक्षा परिषद के सचिव), ताजिकिस्तान के नसरुलो रहमतजोन महमूदजोदा, उज्बेकिस्तान के विक्टर मखमुदोव, एससीओ सचिवालय की उप महासचिव समिति नूरान नियाजालीव और मिर्ज़ेव रुस्लान एरकिनोविच ( निदेशक, कार्यकारी समिति, आरएटीएस एससीओ) शामिल हुए।

Web Title: SCO's National Security Advisors meeting held in Delhi Ajit Doval raised issue of terrorism

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