दुश्मन होंगे तबाह: भारतीय नौसेना में शामिल होने जा रहा है 'करंज', जानें क्या हैं खासियत
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: January 30, 2018 08:24 AM2018-01-30T08:24:05+5:302018-01-30T09:23:06+5:30
आज (30 जनवरी) स्कॉर्पीन श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी आईएनएस करंज मुंबई मझगांव डॉक पर लॉन्च की जाएगी। इनके लांच के समय खुद नेवी चीफ सुनील लांबा भी मौजूद रहेंगे।
समुद्र के जरिए दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाली भारतीय नौसेना अब स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी के जरिए ये काम करेगी। आज (30 जनवरी) स्कॉर्पीन श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी आईएनएस करंज मुंबई मझगांव डॉक पर लॉन्च की जाएगी। इनके लांच के समय खुद नेवी चीफ सुनील लांबा भी मौजूद रहेंगे।
पहली स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी आईएनएस कलवरी को 14 दिसंबर 2017 को प्रधानमंत्री ने देश के नाम समर्पित किया गया था। इस पनडुब्बी को मझागांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने तैयार किया है। भारतीय नौसेना में इसके कई तरह के परीक्षण के बाद शामिल किया जाएगा। नौसेना की मानें तो यह पनडुब्बी 'मेक इन इंडिया' की पहचान है, क्योंकि यह स्वदेशी समरीन है।
फ्रांस की रक्षा व ऊर्जा कंपनी डीसीएनएस द्वारा डिजाइन की गईं पनडुब्बियां भारतीय नौसेना के प्रोजेक्ट-75 के तहत बनाई जा रही हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत भारत अगली पीढ़ी की स्वदेशी पनडुब्बियों का निर्माण करेगा। आईएनएस कलवरी के भारतीय नौसेना में शामिल होने से भारत का हिंदमहासागर में दबदवा और बढ़ जाएगा। यह पनडुब्बी नौसेना की ताकत को भी एक अलग सिरे से परिभाषित करेगी।
क्या है इसकी खूबी
आज के समय के स्मार्ट फीचरों से इसको बनाया गया है। दुश्मनों को चकमा देकर उनकी नजरों से बचकर सटीक निशाना लगा सकती है। यह टॉरपीडो और एंटी शिप मिसाइलों से हमले भी कर सकती है। इअतना ही नहीं, यह पानी अंदर भी हमला किया जा सकता है। साथ ही सतह पर पानी के अंदर से दुश्मन पर हमला करने की खासियत भी इसमें है।