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अमित शाह और संघ की पसंद सतीश पूनिया हो सकते हैं राजस्थान बीजेपी के नए प्रदेशाध्यक्ष

By विकास कुमार | Updated: June 24, 2019 23:50 IST

सतीश पूनिया को वसुंधरा विरोधी खेमे का माना जाता है. राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही केंद्रीय नेतृत्व ने वसुंधरा राजे पर लगाम कसनी शुरू कर दी थी. इस वक्त प्रदेश में बीजेपी एक तरह के लीडरशिप क्राइसिस का सामना कर रही है, ऐसे में लो-प्रोफाइल पुनिया को मौका मिल सकता है.

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ठळक मुद्देसतीश पुनिया को वसुंधरा विरोधी खेमे का माना जाता है. सतीश पुनिया राजस्थान में फिलहाल पार्टी के सदस्यता अभियान के प्रभारी हैं.राजस्थान की राजनीति में सबसे ज्यादा होल्ड रखने वाले जाट समुदाय से आते है.

राजस्थान में बीजेपी अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा तेज हो गई है. मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष मदन सैनी बीते काफी दिनों से बीमार चल रहे हैं और दिल्ली एम्स में भर्ती हैं. इस बीच एक नाम बहुत तेजी से राजस्थान के राजनीतिक गलियारों में उभर कर सामने आया है.

प्रदेश में बीजेपी के चार बार संगठन महामंत्री रहे और लो प्रोफाइल नेता माने जाने वाले सतीश पूनिया बीजेपी अध्यक्ष पद की बागडोर संभाल सकते हैं. अमित शाह और संघ की पसंद माने जाने वाले सतीश पूनिया राजस्थान में फिलहाल पार्टी के सदस्यता अभियान के प्रभारी हैं और आमेर विधानसभा सीट से विधायक भी हैं. पिछले असेंबली चुनाव में मात्र 300 वोटों से हारने वाले सतीश पूनिया को इस बार 13 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल हुई थी. 

सतीश पूनिया राजस्थान की राजनीति में सबसे ज्यादा होल्ड रखने वाले जाट समुदाय से आते है. पार्टी से बाहर के लोगों के बीच भी इनकी स्वीकृति मानी जाती है. प्रदेश में ऐसे राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के नाम को लेकर भी चर्चा हो रही है. जयपुर ग्रामीण से दोबारा सांसद चुने जाने वाले राठौड़ को इस बार मोदी मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला है, इसके कारण भी अटकलें लगाई जा रही हैं. 

सतीश पूनिया को वसुंधरा विरोधी खेमे का माना जाता है. राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही केंद्रीय नेतृत्व ने वसुंधरा राजे पर लगाम कसनी शुरू कर दी थी. इस वक्त प्रदेश में बीजेपी एक तरह के लीडरशिप क्राइसिस का सामना कर रही है, ऐसे में लो-प्रोफाइल पूनिया को मौका मिल सकता है. 

हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी ने मोदी लहर के कारण राज्य की सभी 25 सीटों पर विजय पताका फहराया था.

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