अब देशभर में पंचायत स्तर का चुनाव भी लड़ेगी शिवसेना, आदित्य ठाकरे 2024 के लोकसभा चुनाव का नेतृत्व करेंगे
By अनिल शर्मा | Published: February 14, 2022 10:05 AM2022-02-14T10:05:34+5:302022-02-14T10:12:25+5:30
सांसद संजय राउत ने कहा कि शिवसेना युवा सेना प्रमुख और महाराष्ट्र के पर्यावरण और पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ेगी। वहीं आदित्य ठाकरे ने कहा कि शिवसेना की जरूरत सभी को है इसलिए हम पंचायत स्तर से लेकर लोकसभा तक का चुनाव लड़ेंगे।
मुंबईः शिवसेना नेता संजय राउत ने रविवार पार्टी को लेकर एक बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनावआदित्य ठाकरे के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। संजय राउत ने यह घोषणा ऐसे समय में की है जब मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे रीढ़ की हड्डी की बड़ी रिकवरी से उबर रहे हैं।
पार्टी सांसद संजय राउत ने कहा कि शिवसेना युवा सेना प्रमुख और महाराष्ट्र के पर्यावरण और पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ेगी। घोषणा के साथ राउत ने अपने अखिल भारतीय योजनाओं के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि 'हम अभी गोवा से लौटे हैं और जल्द ही आदित्य ठाकरे के साथ उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे। अखिलेश यादव वहां अपनी सरकार बनाने जा रहे हैं। आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में हम देश भर में लोकसभा चुनाव लड़ेंगे और तैयारी चल रही है।'
शिवसेना नेता ने इस बात का संकेत दिया कि सीएम उद्धव ठाकरे रिकवरी के बाद चुनावी रणनीतियों को लेकर जल्द ही बैठकों में हिस्सा लेंगे। हालांकि, शिवसेना कैडर के अलावा पार्टी के नए सहयोगियों, राकांपा और कांग्रेस के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने वाले आदित्य फ्रंट पर होंगे। आदित्य न केवल मुंबई और बाकी महाराष्ट्र के अपने दौरे को आगे बढ़ाएंगे, बल्कि 2024 के आम चुनावों के लिए अन्य राज्यों की भी यात्रा करेंगे।
उधर, राउत के बयान के बाद आदित्य ने घोषणा की कि उनकी पार्टी भविष्य में पंचायत स्तर से लेकर आम चुनाव तक सभी चुनाव लड़ेगी। “आने वाले समय में, हम सभी चुनाव लड़ेंगे, चाहे वह लोकसभा चुनाव हों, विधानसभा चुनाव हों या ग्राम पंचायत चुनाव हों। शिवसेना की जरूरत सभी राज्यों में है।'
आदित्य ने कहा कि भाजपा के साथ अपनी दोस्ती के कारण शिवसेना ने अतीत में गोवा पर ध्यान केंद्रित नहीं किया था। लेकिन राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए जिसमें भाजपा ने शिवसेना की पीठ में छुरा घोंपा, हमने गोवा में भविष्य के सभी चुनाव लड़ने का फैसला किया है। महाराष्ट्र के मंत्री ने आगे कहा कि गोवा को शिवसेना की जरूरत है। आदित्य ने अपने पिता की अनुपस्थिति में 11 और 12 फरवरी को गोवा में पार्टी के लिए प्रचार किया था।