संजय राउत ने रामनवमी और हनुमान जयंती हिंसा को राजनीति से प्रेरित बताया, कहा- 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता से 'मन की बात' तो करते ही हैं, सांप्रदायिक सद्भाव की अपील भी करें'

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 17, 2022 06:41 PM2022-04-17T18:41:26+5:302022-04-17T18:46:34+5:30

शिवसेना सांसद संजय राउत ने सांप्रदायिक हिंसा पर पीएम मोदी की चुप्पी पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को जनता से शांति की अपील करते हुए समाज में सांप्रदायिक सद्भाव और एकता की बात करनी चाहिए।

Sanjay Raut called Ram Navami and Hanuman Jayanti violence politically sponsored, said- 'Why doesn't Prime Minister Narendra Modi appeal to the public for communal harmony and unity in 'Mann Ki Baat' | संजय राउत ने रामनवमी और हनुमान जयंती हिंसा को राजनीति से प्रेरित बताया, कहा- 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता से 'मन की बात' तो करते ही हैं, सांप्रदायिक सद्भाव की अपील भी करें'

फाइल फोटो

Highlightsसंजय राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिंसा पर चुप रहने की बजाय आगे आना चाहिएप्रधानमंत्री देश की जनता के साथ 'मन की बात' करें और शांति की अपील करें राउत ने कहा कि चुनावोी वोट के लिए हिंसक घटनाओं को प्रायोजित किया जा रहा है

मुंबई: रामनवमी और हनुमान जयंती के दौरान देश में हुए सांप्रदायिक हिंसा पर शिवसेना राज्यसभा सांसद संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा है।

संजय राउत ने सांप्रदायिक हिंसा पर पीएम मोदी की चुप्पी पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को जनता से शांति की अपील करते हुए समाज में सांप्रदायिक सद्भाव और एकता की बात करनी चाहिए।

शिवसेना नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुप रहने की बजाय आगे आना चाहिए और इन मुद्दों को जनता के साथ संवाद किया जाना चाहिए। पीएम मोदी लोगों से शांति और सांप्रदायिक सद्भाव के बारे में बात करनी चाहिए।

राउत ने आरोप लगाया कि ये सांप्रदायिक हिंसा राजनीतिक प्रायोजित हैं और केवल चुनावी फायदे के लिए इस देश का माहौल खराब किया जा रहा है।

पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने कहा, "सबसे चिंताजनक बात यह है कि प्रधानमंत्री हिंसक घटनाओं पर खामोश हैं। प्रधानमंत्री को आगे आना चाहिए और सांप्रदायिक सद्भाव और एकता की बात करनी चाहिए। उन्हें आगे आना चाहिए और 'मन की बात' करनी चाहिए।"

शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' के संपादक राइत ने कहा कि अब चुनाव के लिए सर्जिकल स्ट्राइक और राम मंदिर जैसे मुद्दे नहीं हैं, यही कारण है कि आगामी चुनावों में वोट मांगने के लिए इस तरह की हिंसक घटनाओं को प्रायोजित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र में भी शांतिभंग करने का प्रयास किया गया था लेकिन यहां के लोग समझदार हैं और पुलिस भी चुस्त हैं। कुछ लोग मिशन 'न्यू ओवैसी' के जरिये महाराष्ट्र में राम और हनुमान के नाम पर दंगा भड़काना चाहते है। लेकिन ऐसे हिंदू ओवैसी को हम सफल नहीं होने देंगे।"

राउत ने आगे कहा, "मैंने किसी का नाम तो नहीं लेना चाहता हूं लिया लेकिन बीजेपी को यूपी चुनाव जीतवाने के लिए एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने रोल निभाया है, वैसा ही रोल महाराष्ट्र के 'न्यू हिंदू ओवैसी' भी कर रहे हैं।"

उन्होंने कहा, "देश का माहौल केवल चुनावी राजनीति के लिए खराब किया जा रहा है और यह बिल्कुल सही नहीं है। दिल्ली में कल के हनुमान जयंती और रामनवमी से पहले कभी हिंसा नहीं हुई थी। पहले ये त्योहार कितने शांति से मनाए जाते थे लेकिन अब आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। जनता को यह बात सोचनी चाहिए।"

संजय राउत ने कहा, "हनुमान जयंती या फिर रामनवमी में जुलूस निकालना बेशक हिंदुओं का अधिकार है, लेकिन जुलूस के दौरान हुई हिंसा विशुद्ध रूप से राजनीतिक कारणों से हुए हैं।"

Web Title: Sanjay Raut called Ram Navami and Hanuman Jayanti violence politically sponsored, said- 'Why doesn't Prime Minister Narendra Modi appeal to the public for communal harmony and unity in 'Mann Ki Baat'

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