शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने की मुलाकात, संजय राउत बोले- सरकार मजबूत, विरोधी हो जाएं क्वारंटाइन
By गुणातीत ओझा | Published: May 26, 2020 11:23 AM2020-05-26T11:23:06+5:302020-05-26T11:23:06+5:30
कोरोना महामारी के बीच महाराष्ट्र में सियासत गरमाई हुई है। श्रमिकों के लिए चली स्पेशल ट्रेनों पर राजनीति तेज हो गई। इस बीच शिवसेना और भाजपा के नेता एक दूसरे पर बयानबाजी करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।
मुंबई। कोरोना महामारी के बीच महाराष्ट्र में सियासत गरमाई हुई है। श्रमिकों के लिए चली स्पेशल ट्रेनों पर राजनीति तेज हो गई। इस बीच शिवसेना और भाजपा के नेता एक दूसरे पर बयानबाजी करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इस कड़ी में शिवसेना सांसद संजय राउत भी कूद पड़े हैं। भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की सरकार पूरी तरह से मजबूत है और इसको लेकर चिंता की बात नहीं है। बता दें कि बीते दिनों महाराष्ट्र में भाजपा के नेताओं ने देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था और कोरोना से लड़ाई में फेल होने का आरोप लगाया था।
"Sharad Pawar & CM Uddhav Thackeray met at Matoshri last evening.The two leaders held talks for one&a half hours.If anyone is spreading news about stability of the govt, it should be considered as their stomach ache.The govt is strong. No worries", Shiv Sena leader Sanjay Raut pic.twitter.com/NeLkBZ1JnV
— ANI (@ANI) May 26, 2020
संजय राउत ने मंगलवार सुबह कई ट्वीट करते हुए लिखा कि शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने कल मातोश्री पर मुलाकात की। दोनों नेताओं ने एक घंटे से अधिक तक बात की, अगर कोई खबर फैला रहा है कि महाराष्ट्र की सरकार संकट में है तो उसके पेट में दर्द है। हमारी सरकार मजबूत है और चिंता की कोई बात नहीं है।
शिवसेना सांसद की ओर से लिखा गया कि विपक्षी पार्टियों ने महाराष्ट्र सरकार का बायकॉट करने का आह्वान किया है. मैं कहना चाहता हूं कि विरोधियों को क्वारटीन में जाना चाहिए। महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने के सभी प्रयासों को विफल कर दिया जाएगा। जय महाराष्ट्र!
बताते चलें कि संजय राउत केंद्र सरकार पर भी हमलावर हो चुके हैं। इससे पहले श्रमिक स्पेशल ट्रेनों पर छिड़ी सियासत में संजय राउत और रेल मंत्री पीयूष गोयल के बीच ट्विटर पर जंग जारी थी। जहां श्रमिक ट्रेनों को लेकर दोनों की ओर से दावे किए जा रहे थे। पीयूष गोयल ने बीते दिनों ट्विटर पर ही उद्धव सरकार से श्रमिकों की लिस्ट मांगी और कहा कि रेलवे ट्रेनों का बंदोबस्त कर रही है।
जवाब में संजय राउत की ओर से कहा गया कि हमने लिस्ट दी है लेकिन ट्रेन जहां जानी चाहिए वहां पर ही पहुंचनी चाहिए। गोरखपुर की ट्रेन को ओडिशा मत पहुंचा देना। इसके अलावा भी दोनों नेता लगातार सोशल मीडिया पर बयानबाजी करते नज़र आए।