सबरीमाला मंदिर विवाद: महिलाओं के प्रवेश के समर्थन वाले आश्रम पर हमला, संत संदीपानंद गिरि ने BJP-RSS पर लगाया आरोप
By भाषा | Published: October 27, 2018 02:42 PM2018-10-27T14:42:01+5:302018-10-27T14:42:29+5:30
स्वामी संदीपानंद गिरि ने उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत किया था जिसमें 10 से 50 आयु वर्ग की महिलाओं को सबरीमला में भगवान अयप्पा के मंदिर में प्रार्थना की अनुमति दी गई है।
सबरीमला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश को अनुमति देने वाले उच्चतम न्यायालय के फैसले के समर्थन में सामने आने के कुछ दिनों बाद स्वामी संदीपानंद गिरी के कुंदमोनकादावु स्थित सलाग्रामम आश्रम में शनिवार की तड़के हमला किया गया।
पुलिस ने बताया कि दो कारों एवं एक स्कूटर को आग के हवाले कर दिया गया। साथ ही उन्होंने बताया कि हमलावर आश्रम में फूलों का एक हार भी छोड़ कर गए।
Physical attacks happen when you can't deal ideologically. Will not allow anyone to take law and order in their hands. Those who are intolerant towards Swami's activities attacked his ashram: Kerala CM Pinarayi Vijayan https://t.co/0ltdDg6hCp
— ANI (@ANI) October 27, 2018
संदीपानंद गिरि ने आरोप लगाया कि इस हमले में बीजेपी और संघ परिवार का हाथ है।उन्होंने कहा मुझे लगता है कि आरएसएस संघ परिवार ने सबरीमाला मुद्दे पर मेरे बयान के कारण ऐसा किया होगा।
I think RSS Sangh Parivar did this due to my statement about #Sabarimala & similar issues: Swami Sandeepananda Giri on his ashram in Thiruvananthapuram vandalised
— ANI (@ANI) October 27, 2018
स्वामी संदीपानंद गिरि ने उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत किया था जिसमें 10 से 50 आयु वर्ग की महिलाओं को सबरीमला में भगवान अयप्पा के मंदिर में प्रार्थना की अनुमति दी गई है।
इस बीच आश्रम का दौरा करने वाले मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने संवाददाताओं को बताया कि आरोपी जो कोई भी हों उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हमलावरों का मकसद आश्रम को नहीं बल्कि स्वामीजी को नुकसान पहुंचाना था।
हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए संदीपानंद गिरि ने आरोप लगाया कि हमले की पूरी जिम्मेदारी भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष पी एस श्रीधरण पिल्लई और सबरीमला मंदिर के पारंपरिक प्रमुख पुजारियों के परिवार सताजमोन मदोम और पंडालम शाही परिवार पर है।
डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, “हम राज्य में इस तरह की घटनाओं को नहीं बर्दाश्त करेंगे।” हालांकि भाजपा के जिला नेतृत्व ने हमले में किसी भी तरह भूमिका से इनकार किया है और घटना की “निष्पक्ष’’ जांच की मांग की।