कोलकाता, 12 जुलाई: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर से केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सत्तारूढ़ पार्टी विपक्षी पार्टियों की आवाज दबाना चाहती है।
उन्होंने कहा है कि विपक्षी पार्टियों की छवि धूमिल करने के लिए एक सत्तारूढ़ पार्टी ने राजनैतिक प्रतिशोध के तहत काम करना शुरू कर दिया है, वे विपक्ष की आवाज दबाना चाहते हैं। उन्होंने कहा है कि स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव को भी बीजेपी ने जानबूझकर प्रताड़ित किया है। आयकर विभाग ने बुधवार को हरियाणा के रेवाड़ी में एक अस्पताल समूह के कई परिसरों पर छापेमारी की और 22 लाख रुपये नकद जब्त किए। यह अस्पताल समूह यादव की बहन का है। इतना ही नहीं केंद्र को घेरे में लेते हुए एक ट्वीट भी किया है।
उन्होंने ट्वीट करके लिखा है कि 2019 के चुनाव आ रहे हैं, बीजेपी विपक्ष की आवाज दबाने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है और खुलेआम राजनैतिक प्रतिशोध की कार्रवाई कर रही है और योगेंद्र यादव जी के परिवार पर आयकर विभाग की छापेमारी की कड़े शब्दों में निंदा करती हूं'। फिलहाल उनके इस ट्वीट का बीजेपी की ओर से कोई बयान नहीं आया है।
वहीं, इससे पहले पश्चिम बंगाल में पुरुलिया जिले के चार आदिवासियों ने आरोप लगाया था कि भाजपा उन पर पार्टी में शामिल होने का दबाव बना रही है और उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सुरक्षा की मांग की थी। गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी प्रमुख अमित शाह इसी सप्ताह इन आदिवासियों के घर गए थे।
तृणमूल नेता मदन मित्रा ने कहा कि भाजपा के दबाव के बाद अदिवासी अपनी असुरक्षा की भावना से मुख्यमंत्री को अवगत कराने के लिए कालीघाट स्थित तृणमूल कांग्रेस कार्यालय पहुंचे। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने आदिवासियों से मुलकात की अथवा नहीं।