बीजेपी से गठबंधन पर जद(एस) में मची रार, एचडी कुमारस्वामी बोले- इब्राहिम की बातों को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं
By अनुभा जैन | Published: October 17, 2023 06:57 PM2023-10-17T18:57:20+5:302023-10-17T18:58:32+5:30
इब्राहिम और खासकर अल्पसंख्यक समुदाय के कई नेता भाजपा के साथ हाथ मिलाने के पार्टी के फैसले से असंतुष्ट हैं। उन्होंने दावा किया कि देवेगौड़ा ने गठबंधन स्वीकार कर लिया क्योंकि उनके पास कोई विकल्प नहीं था और वे असहाय थे।
बेंगलुरु: जद (एस) के प्रदेश अध्यक्ष सी.एम. इब्राहिम, जेडीएस-भाजपा गठबंधन के प्रति अपना विरोध व्यक्त करके जेडीएस नेताओं के खिलाफ हो गए हैं। इब्राहिम के इस कदम पर नाराजगी जता चुके पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने बेंगलुरु में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इब्राहिम की बातों को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। वह जो भी बात करते हैं बहुत हल्के ढंग से बात करते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी बातों का जवाब देने की जरूरत नहीं है। इन सब से परेशान होने की जरूरत नहीं है। वह आजाद हैं इसलिए कुछ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता उचित निर्णय लेंगे।
कुमारास्वामी ने कहा कि हम सबकुछ ठीक कर देंगे। बता दें कि इब्राहिम ने खुद ही असली जद (एस) के तौर पर बोर्ड लगाया था। कुमारस्वामी ने कहा, "वे जो चाहें करने दें। यह उन पर निर्भर है। उनके बयान पर प्रतिक्रिया न मांगें, वो आजाद हैं।" कुमारस्वामी ने यह भी कहा कि इब्राहिम ने आरोप लगाया था कि कुमारास्वामी ने पार्टी में गठबंधन के बारे में कोई चर्चा किए बिना ही एनडीए गठबंधन में शामिल होने की घोषणा कर दी थी।
गौरतलब है कि कल इब्राहिम ने पार्टी की मंथन बैठक की और बीजेपी के साथ गठबंधन करने पर कड़ा विरोध जताया। इब्राहिम ने स्पष्ट करते हुए कहा, “जद(एस) प्.छ.क्.प्. गठबंधन का समर्थन करता है लेकिन पार्टी किसी भी कीमत पर भगवा पार्टी के साथ नहीं जाएगी। हम असली जद(एस) हैं’’
उन्होंने आगे कहा, "एक व्यक्ति निर्णय नहीं ले सकता और इसलिए, मैंने आगे निर्णय लेने के लिए पार्टी की कोर कमेटी की बैठक बुलाई है। मैं जद(एस) के सभी 19 विधायकों से सीधे बात करूंगा।" उन्होंने पार्टी में संभावित विभाजन का संकेत दिया। यहां इब्राहिम ने दिग्गज नेता देवेगौड़ा से बीजेपी से हाथ न मिलाने की अपील की। उन्होंने कहा, "आप हमारे पिता समान हैं और आपको बीजेपी में शामिल नहीं होना चाहिए।" यह उल्लेख करना उचित है कि कांग्रेस के खिलाफ और लोकसभा चुनाव 2024 से पहले, हाल ही में देवेगौड़ा के नेतृत्व वाली जद (एस) ने एनडीए के साथ गठबंधन बनाया था।
गौरतलब है कि इब्राहिम और खासकर अल्पसंख्यक समुदाय के कई नेता भाजपा के साथ हाथ मिलाने के पार्टी के फैसले से असंतुष्ट हैं। उन्होंने दावा किया कि देवेगौड़ा ने गठबंधन स्वीकार कर लिया क्योंकि उनके पास कोई विकल्प नहीं था और वे असहाय थे। सूत्रों के मुताबिक, इब्राहिम को इस विद्रोह में राज्य कांग्रेस के कुछ पदाधिकारियों का समर्थन प्राप्त है और वह जेडीयू प्रमुख और बिहार के सीएम नीतीश कुमार से बातचीत कर रहे हैं। पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी के उस बयान पर अपना गुस्सा जाहिर किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुस्लिम वोटों के कारण वह (कुमारस्वामी) राजनीति में नहीं हैं। इस पर इब्राहिम ने कहा, "उन्हें मुसलमानों पर विश्वास करने के लिए किसने कहा? अगर मुसलमानों ने चन्नापटना में अपना वोट नहीं डाला होता, तो वह (कुमारस्वामी) हार जाते।"